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“समाज-भुषण” “ समाज- रत्न” श्रीमान विजयकांत जी कोठारी का “ सहस्र- चंद्र दर्शन” संप्पन्न

“समाज-भुषण” “ समाज- रत्न” श्रीमान विजयकांत जी कोठारी का “ सहस्र- चंद्र दर्शन” संप्पन्न

“समाज-भुषण” “ समाज- रत्न” श्रीमान विजयकांत जी कोठारी का “ सहस्र- चंद्र दर्शन” संप्पन्न! गुरु भगवंतो का पाया आशिर्वाद! पुनाः महाराष्ट्र गौरव, खान्देश भुषण पु. गौतम मुनीजी म. सा. के पावन सानिध्य मे विजयकांतजी को आज विविध सामाजिक, राजनितीक संस्थाओं द्वारा नवाजा गया! इस मंगलमय पावन अवसरपर विजयकांतजी का गुण गौरव करते समय उनके अविरत, अविश्रांत परिश्रम की, लगन, कार्यक्षमता, सकारत्मकता, संकल्प पुर्ति, निद्रा छोड काममे स्वयंको झोक देना. आलस्य से दुर आदि गुण विशेषो का वर्णन कर गुरु सुमति-विशाल-आशिष गुरुपरिवार द्वारा साधुवाद प्रदान किया और सदैव कार्यरत रहनेकी प्रेरणा दी!

महावीर प्रतिष्ठान के प्रांगण मे हुये इस शानदार समारोह मे पुनाके सकल जैन समाज, जितो, महावीर स्कुल, विविध संघ एवं संस्थाओं के पदाधिकारीयो द्वारा विजयकांत जी के सन्मानीत किया गया! इस शुभ अवसर पर प्रसिध्द उद्योजक भामाशा प्रकाशजी धारिवाल, राजेश जी साखला, विधायक माधुरीजी मिसाळ,प्रकाशजी पारख, विजयजी भंडारी, इंदरजी छाजेड, राजश्री जी पारख, अरुण दी शिंगवी, राजेंन्द्र जी बांठिया , प्रविण दी चोरबोले, युवराज जी शहा, रविंन्द्र जी साखला, संग विविध मान्यवरो ने अपने मनोगत व्यक्त किये!

इसके अलावा अनेक मान्यवरो ने अपने मनोगत व्यक्त करते हुये विजयकांतजी रे गुण विशेषोपर प्रकाश डाला! अनेक मान्यवरो संग व्यक्तिगत विशेष श्री रायचंदजी कुंकुलोळ, रमणलालजी लुंकड, वालतंदजी संचेती, पोपटलालजी ओस्तवाल, जवाहरजी बोथरा, फुलचंदजी बांठिया, लखीचंदजी खिंवसरा, कुदनजी दर्डा, विलासजी राठोड, बाळासाहेब धोका, बाळासाहेब कर्नावट, नेमिचंदजी खिंवसरा, जुगराज जी पालरेचा, नेमीचंदजी भंडारी, पवन जी भंडारी, सुनील जी नहार, अनिलजी नहार, सचिनजी नहार, सुभाष जी ललवाणी, सुदर्शन जी बाफणा, विमलजी बाफणा, नवरतनजी मेहता, पन्नालालजी लुणावत, विजयजी भटेवरा, संजयजी छाजेड, विजयजी लुणावत, विजयजी धोका, कोठारी परिवार के सभी सदस्य उपस्थित थे!

महावीर स्कुल के माध्यमसे प्रिन्सिपल डॉ. पल्लवी दी सौमण के नेत्रुत्व में गुणानुवाद सभाका आयोजन किया गया! पल्लवी जी ने सन 2022 से समय समयपर कार्यरत रहकर अपने अनुभव एवं विदयकांतजी के दुरद्रष्टी पर प्रकाश डाला! संस्था के अनेक शिक्षको ने अपने भाव मनोगत एवं गीत के माध्यम से प्रकट किये! सुभाष ललवाणी परिवार द्वारा मान्यवरों के करतमलो द्वारा सन्मान पत्र प्रदान किया गया! सुवराज जी शहा ने विजयकांतजी की जीवन गाथा सुंदर शब्दो मे विविध सामाजिक पत्रिका द्वारा प्रकाशित की! इस सुनहरे अवसर पर विविध सामाजिक एवं गरजि संस्थाओं को कोठारी परिवार के और से दान एवं अन्नदान दिया गया! इस समारोह की सफलता के लिए आयोजन, नियोजन। प्रयोजन विशालजी, रुपेश जी, वैशाली जी, त्रिशला जी, बबिता जी, आदेश जी खिंवसरा ने किया !

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