तमिलनाडु में प्रवासी अग्रवाल समाज के लोगों के उत्थान के लिए पिछले काफी सालों से अग्रवाल समाज काम कर रहा है। हमारा ध्येय केवल अग्रवाल समाज ही नहीं बल्कि अन्य वर्ग के लोगों की भी मदद करना है। इसी के तहत हमारा समाज आर्थिक रूप से कमजोर ऐसे विधार्थियों की मदद कर रहा है जो पढ़ना चाहते हैं। हमारे समाज की ओर से गरीब परिवारों को भोजन के साथ-साथ चिकित्सीय सुविधा भी मुहैय्या कराई जाती है।
सेजवानी के साथ विशेष साक्षात्कार में रामकथा के आयोजन पर जानकारी देते हुए अग्रवाल समाज, मद्रास इकाई के अध्यक्ष मुरारीलाल सोंथालिया ने कहा कि वेपेरी स्थित अग्रवाल विधालय में 24 दिसंबर को शुरू हुआ रामकथा पाठ का अद्भुत कार्यक्रम 30 दिसंबर तक चला। उन्होंने आगे बताया कि लोगो को धर्म और सनातन संस्कृति से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध अग्रवाल समाज समय-समय पर इस प्रकार के धार्मिक आयोजन करता रहता है। दरअसल वृन्दावन की परम पूज्य साध्वी ऋतम्बरा जी द्वारा चेन्नई के अग्रवाल विद्यालय में किया गया रामकथा-पाठ हमारे समाज द्वारा निर्धारित इसी पुनीत लक्ष्य का हिस्सा था!
अग्रवाल समाज मद्रास इकाई के उपाध्यक्ष नरेंद्र कुमार सिघला ने कहा कि चेन्नई में हम केवल रामकथा ही नहीं बल्कि कई ऐसे कार्यक्रम कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं के बीच अच्छे तालमेल की वजह से ही हम इनका सफल आयोजन कर पाए हैं। रामकथा सुनने के लिए रोजाना हजारों लोगों की भीड़ उमड़ रही है। घर-घर में बसने वाले राम के आदर्श व्यक्तित्व के बारे में आज हर कोई सुनना, जानना और समझना चाहता है। इसलिए इस बात का कोई व्शेष फर्क नहीं पड़ता कि कथा का वाचन किस भाषा में हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि हमने यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखते हुए हर प्रकार का इंतज़ाम रखा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों में सनातन धर्म के प्रति रूचि और जागरूकता उत्पन्न करना है।
अग्रवाल समाज मद्रास इकाई की कल्चरल सेक्रेटरी शालिनी अग्रवाल बताती हैं कि इस रामकथा के आयोजन में हमें कठिनाई नहीं लोगों की मदद और सहयोग मिल रहा है। इस रामकथा को सुनने के लिए के चेन्नई और इसके आस-पास के इलाके से काफी संख्या में लोग आ रहे है। इनमें भले ही ज़्यादातर हिंदीभाषी हों लेकिन कई दक्षिण भारतीय लोग भी इसका जमकर आनंद उठा रहे हैं।