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समर्पित भाव से धर्म आराधक बन जीवन सार्थक बनाना है और सम्यकत्व को प्राप्त करना है- डॉ. राज श्री जी म.सा.

समर्पित भाव से धर्म आराधक बन जीवन सार्थक बनाना है और सम्यकत्व को प्राप्त करना है- डॉ. राज श्री जी म.सा.

समर्पित भाव से धर्म आराधक बन जीवन सार्थक बनाना है और सम्यकत्व को प्राप्त करना है- डॉ. राज श्री जी म.सा. आज आकुर्डी स्थानक भवन में डॉ. मेघाश्री जी, साध्वी समिक्षाश्री जी एवं साध्वी जिनाज्ञा श्री जी ने उत्तराध्ययन सुत्र के 36 वे अध्याय का पठन किया और करवाया ! प्रतिपदा के पावन अवसरपर साध्वी मंडल ने सभी उपस्थित धर्मप्रेमियोंको नुतन वर्ष की शुभकामना दे सभोके धर्मआराधना, स्वास्थ्य की मंगलकामना की !

भगवान महावीर स्वामीजी के महानिर्वाण महोत्सव निमित्त पॉंच धर्म अनुरागीयोने तेले तप की आराधना की! जवाहरजी मुथा, मोतीलालजी चोरडीया( मौन सह), शारदा जी चोरडीया, तुषारजी मुथा, मोतीलालजी बोरा ने तेला तपआराधना की!

नुतन वर्ष निमित्त पॉंच मंगलपाठ साध्वी मंडल ने सुनाए! श्री संघ के औरसे संघाध्यक्ष सुभाष जी ललवाणी ने उपस्थित महानुभावोंका स्वागत कर विश्वस्त मंडल के औरसे नुतन वर्ष की साध्वी मंडल एवं संघ समाज को शुभकामनाएँ दी!

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