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सभी जीवों के प्रति मैत्री भाव हो, हमारे मन में घृणा एवं शत्रुता ना हो: महासति दिव्यज्योतिजी म.सा.

सभी जीवों के प्रति मैत्री भाव हो, हमारे मन में घृणा एवं शत्रुता ना हो: महासति दिव्यज्योतिजी म.सा.

नागदा जं. निप्र- महावीर भवन में धर्मसभा में पूज्य महासति दिव्यज्योतिजी म.सा. ने मैत्री दिवस के शुभ अवसर पर गुरूभक्तो को कहा कि इस संसार में सभी जीवों को जिनके शरीर में आत्मा निवास करती है उन सभी के साथ हमको मैत्री भाव रखना चाहिये। उनके प्रति हमें करूणा, दया एवं अपनत्व का व्यवहार करना चाहिये। कभी भी उनको दुःख, तकलीफ, घृणा, शत्रुता, बैर नहीं रखना चाहिये। पूज्य वैभवश्रीजी म.सा., पूज्य काव्याश्रीजी म.सा., पूज्य नाव्याश्रीजी म.सा. ने मित्र दिवस के उपलक्ष्य में एक धार्मिक स्तवन सामुहिक गाकर सभी को मोह लिया। धर्मसभा में महासति मण्डल के मार्गदर्शन में करीब 101 मित्रो एवं सहजोडे सामुहिक जाप का आयोजन किया गया एवं 21 विजेताओं का सम्मान समाज एवं ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष श्री मनोहरलालजी कांठेड के पोते आनन्द कांठेड़ को जन्मदिवस के शुभ अवसर पर परिवार के श्रीमती रेखा रवि कांठेड एवं श्रीमती कियारा प्रथम कांठेड ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर लाभ लिया।

 मीडिया प्रभारी महेन्द्र कांठैड एवं नितिन बुडावनवाला ने बताया कि तेले की लड़ी सरिता रामसना वर्धमान तप जयमाला पितलीया धर्मचक्र मनोरमाजी मारू निर्मलाजी पितलीया जाप की प्रभावना श्रीमती संगीता सुनील सकलेचा ने लाभ लिया। प्रश्नमंच के लाभार्थी कमल जैन सहारा थे। आज सुरत श्रीसंघ के श्री रतनलालजी चपलोत, किरणभाई रांका, अनिलजी मनिषाजी, भूपेन्द्रजी सहित कई गुरूभक्तों ने आगामी वर्षावास चातुर्मास हेतु भावभरी विनती की गई। अतिथि सत्कार का लाभ अशोकजी अश्विनजी कोलन, प्रभावना का लाभ लुणावत परिवार ने लिया। संचालन शुभम धोका ने किया आभार प्रकाशचन्द्र जैन लुणावत एवं सतीश सांवेरवाला ने माना।

दिनांक 07/08/2022 मीडिया प्रभारी

                  महेन्द्र कांठेड

              नितिन बुडावनवाला

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