आज विजयनगर स्थानक भवन में विराजित जैन सिद्धान्ताचार्य साध्वीश्री प्रतिभाश्री जी म सा आदि ठाना 5 के सानिध्य में मरुधर केसरी श्री मिश्रीमल जी म सा व लोकमान्य संत शेरे राजस्थान पूज्य श्री रूपमुनि जी म सा की जन्मजयन्ति के उपलक्ष में विजयनगर ट्रस्ट द्ववारा संचालित ज्ञानशाला के बच्चों व अध्यापिकाओं ने नवतत्व की सचित्र प्रोजेक्ट के माध्यम से समझाने हेतु एक भव्यातिभव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया। साध्वीश्री प्रतिभाश्री जी म सा ने अपने प्रवचन में कहा कि सदमार्ग बताने का कार्य गुरु का है,अनुसरण करना शिष्य व श्रावक का है। हेय, ज्ञेय, व उपादेव अर्थात जानना, समझना व ग्रहण करना यह श्रावक का परम लक्ष्य होता है, नवतत्व की बिना जानकारी के श्रावक नही कहलाता है। जिसे जानकारी है वही श्रावक साधु-साध्वी के संयम पुरुषार्थ में सेवा से सहयोगी बनता है। भगवान महावीर स्वामी ने सुश्रावक को माता-पिता की उपमा दी।
माता पिता की तरह दायित्व निर्वहन करना ही श्रावक की अहम भूमिका होती है। इसे चरितार्थ करने के लिए आज ज्ञानशाला के बच्चों ने नवतत्व जीव, अजीव, पूण्य, पाप, आश्रव, संवर, निर्जरा, बन्ध व मोक्ष इन 9तत्वों पर एक एक तत्व के बारे में विस्तृत से विवेचन करके प्रोजेक्ट के माध्यम से सचित्र व मोमेंटो द्ववारा सभी दर्शकों को समझाया प्रदर्शनी में लोगों ने बहुत ही उत्साह व शांति से प्रदर्शनी का अवलोकन किया।बच्चों द्ववारा दी गयी इस प्रकार की प्रस्तुति से सभी दर्शक दंग रह गए। कई दर्शकों ने बच्चों के प्रोत्साहन हेतु नगद राशि से सम्मान किया। प्रदर्शनी के लाभार्थी परिवार श्री सुभाष चंद जी, श्रीसुधीर कुमार जी, श्री अक्षय कुमार जी सिंघवी परिवार HBR लेआउट ने मंगलाचरण करके
फीता काटकर प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। सभी बच्चों को गिफ्ट व नवतत्व के बारे में दर्शको ने क्या जानकारी प्राप्त की। इस पर प्रश्न मचंगेम का आयोजन किया जिसमें सभी विजेताओं को लाभार्थी परिवार की ओर से पुरुस्कार दिए गए। इतनी विशाल भीड़ को बहुत ही सुंदर तरीके से ज्ञानशाला प्रबंध समिति के चेयरमैन कन्हैयालाल सुराणा व समिति सदस्य पंकज मेहता, शंकर दक, धनराज बोहरा, मुकेश भंडारी, हितेश पगारिया ने संभाला।
ज्ञानशाला की अध्यापिकाओं ने सभी काउंटरों पर बहुत ही अनुशासनात्मक तरीके से सेवाएं प्रदान की। ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेंद्र कोठारी व कार्यकारिणी टीम ने लाभार्थी परिवार का साल व माला से सम्मान किया तथा सभी सहभागियों को सुंदर व्यवस्था हेतु धन्यवाद दिया। युवा संघ व बालिका मंडल ने व्यवस्था में पूर्ण सहयोग प्रदान करने हेतु संघ के मंत्री कन्हैयालाल सुराणा ने आभार प्रकट किया व साध्वीश्री जी की ऐसी आध्यात्मिक प्रेरणा हेतु कृतज्ञता ज्ञापित की। ज्ञानशाला के मुख्य प्रबंधक पंकज मेहता ने बताया कि लोगों की जिज्ञासा को देखते हुए इस प्रदर्शनी को 11ता से अब पर्युषण पर्व तक आयोजित करने का लक्ष्य रखा है ताकि सभी उपनगरों को भी इसका लाभ प्राप्त हो सके।हररोज प्रदर्शनी प्रवचन के पश्चात 10.30 से 11.30 तक सभी के अवलोकनार्थ रखी जाएगी।