हर परिस्थिति में सत्य की राह पर चलें
चेन्नई. अयनावरम स्थित जैन दादावाड़ी में चातुर्मासार्थ विराजित साध्वी कुमुदलता ने शनिवार को प्रवचन में अणुव्रतों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन्सान को किसी भी परिस्थिति में सत्य का साथ नहीं छोडऩा चाहिए। सत्य की राह पर चलकर आत्मकल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने भगवान श्री रामचंद्र का जीवन प्रसंग सुनाते हुए कहा कि श्रीराम ने सत्य और मर्यादा का दामन नहीं छोड़ा इसलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए और पूजनीय बन गए। हमें भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में सत्य की राह चुननी चाहिए और असत्य को जीवन से बाहर कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा रविवार को उपाध्याय केवल मुनि की जयंती मनाई जाएगी। इसलिए सभी भक्तगण अपने बच्चों को लेकर अवश्य आएं ताकि उनको भी उपाध्याय केवल मुनि के व्यक्तित्व के बारे में जानकारी हासिल हो सके। साध्वीवृन्द की निश्रा में गुणानुवाद सभा का आयोजन प्रात: 9.05 बजे से किया जाएगा।
इससे पूर्व साध्वी महाप्रज्ञा ने कहा परमात्मा की शरण से सभी दुखों का शमन और अनन्त सुखों की प्राप्ति होती है। प्रभु की शरण में आने से जीवन पुण्य हो जाता है, मानव विषमताओं को छोडक़र समता की ओर बढ़ जाता है। उन्होंने कहा सुख प्राप्ति के लिए व्यक्ति सुबह से शाम तक कड़ा परिश्रम करता है। हर व्यक्ति अपने जीवन में सुख चाहता है। व्यक्ति अपने हिसाब से सुख प्राप्ति की कोशिश करता है जबकि सुख-दुख की कर्ता तो आत्मा होती है।
कर्मों के अनुसार ही सुख-दुख की प्राप्ति होती है लेकिन मानव भौतिकता की चकाचौंध में खो गया है जबकि जितनी सुविधाएं बढती हैं दुविधाएं भी उसी अनुरूप बढ़ती जाती हैं। एक छोटा सा सुख अनेक दुखों को जन्म देता है। उन्होंने कहा सुख-दुख जीवन के दो किनारे होते हैं। सुख मिलने पर इंसान भगवान का स्मरण करना भूल जाता है जबकि थोड़ा सा दुख आने पर भी मन विचलित हो जाता है और भावनाएं कमजोर हो जाती हैं। छोटी-छोटी इच्छाएं ही दुखों को जन्म देती है। इसलिए अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण करें तो सुख की प्राप्ति होगी।
प्रवचन के पश्चात गुरु दिवाकर कमला युवा संघ की ओर से हाय हैलो छोड़ा, जय जिनेंद्र बोला योजना एवं मोक्ष एटीएम के माध्यम से पैंसठिया छंद की आराधना की गई। दोपहर बाद गुरु दिवाकर कमला महिला मंडल द्वारा सामायिक आधारित प्रश्न मंच का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। इस मौके पर गुरु दिवाकर कमला वर्षावास समिति के चेयरमैन सुनील खेतपालिया, अध्यक्ष पवनकुमार कोचेटा, महामंत्री हस्तीमल खटोड़, पदमचंद कांकरिया, दीपचंद लुनिया तथा भंवरलाल राठौड़ समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।