यहां वानियम्बाड़ी स्थित श्री मरुधर केसरी जैन महिला महाविद्यालय में ज्ञानमुनि एवं लोकेशमुनि के सन्निध्य में मंगलवार को 24वां वार्षिकोत्सव हुआ। इस अवसर पर छात्राओं को संबोधित करते हुए ज्ञानमुनि ने कहा शिक्षा जीवन के विकास का महत्वपूर्ण सूत्र है।
शिक्षा से ही संस्कारों व अच्छे चरित्र का निर्माण होता है। शिक्षा जीवन को सजाती, संवारती और विवेकशील बनाती है एवं इससे सकरात्मक सोच का विकास होता है। उन्होंने कहा जो शिक्षा शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास करती हो वही वास्तविक सच्ची शिक्षा है।
वर्तमान में लोग शिक्षित तो हो रहे हैं लेकिन नैतिकता का ह्रास हो रहा है। छात्राएं शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती। गुणों को ग्रहण करें अवगुणों को छोडें़।
समारोह में कालेज अध्यक्ष विमलचंद जैन एवं सचिव लिखमीचंद जैन ने शिक्षा एवं खेलकूद में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर प्रिंसिपल डा. एम.सेंदिलराज, वाइस प्रिंसिपल सी. नित्या भी उपस्थित थी।