मुमुक्षुओं का अभिनंदन समारोह आयोजित
चेन्नई. आचार्य तीर्थभद्र सूरीश्वर के सान्निध्य और किलपॉक श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ के तत्वावधान में दस मुमुक्षुओं की दीक्षा एवं मुनि तीर्थरतिविजय को गणि-पंन्यास की पदवी 1 फरवरी 2020 को दी जाएगी। यह उद्घोषणा आचार्य ने रविवार को आयोजित मुमुक्षुओं के अभिनंदन समारोह में की। समारोह में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
इस मौके पर आचार्य ने कहा संसार में प्रवज्या के मार्ग पर आगे बढऩा बहुत कठिन है। यह जिनशासन है, जहां विरति और त्याग तपस्या से आत्मा का विकास होता है। किलपॉक का भी एक मुमुक्ष होता तो सोने में सुहागा होता। स्मरण रहे दुर्लभ मानव जीवन का कल्याण कर जीवन जीना है। ये मुमुक्ष संसार से मोह की कैद से मुक्त होने का मुहूर्त मांग रहे हैं।
इन बैरागी मुमुक्षओं में प्रवीणभाई गाला (56), किरणभाई संघोई (50), वर्षाबेन संघोई (48), नियतिबेन संघोई (20), ध्वनिबेन (18), लक्ष्यकुमार शाह (12), हंसाबेन गुढका (51), हीनाबेन डेढिया (27), छायाबा राठौड़ (21) देवांगीबेन सेठ (21) शामिल है। इनमें किरणभाई पेशे से चार्टर्ड एकाउंटेंट है जो अपनी पत्नी व दोनों बेटियों के साथ दीक्षा लेंगे।
किरण भाई ने बताया कि वे बहुत पहले ही संयम ग्रहण करने वाले थे लेकिन सांसारिक कर्तव्य के कारण आज्ञा नहीं मिली। अब पूरा परिवार संयम मार्ग से जुड़ चुका है। उसी तरह हंसाबेन की तीनों संतानों ने भी संयम मार्ग अपनाया। देवांगीबेन के परिवार में पहले से ही आठ दीक्षाएं हो चुकी हंै। छायाबा अजैन होते हुए भी उन्होंने जैन धर्म के अनुसार संयम जीवन के लिए पुरुषार्थ किया।
लक्ष्यकुमार की माता ब्राह्मण है और वह उनका इकलौता पुत्र है। उन्होंने अपने पुत्र को जिनशासन के मार्ग पर चलने की अनुमति दी। समारोह में हिरेन भाई व विलेश जैन ने संगीतमय संवेदना प्रस्तुत की।