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संयम के लिए खाना साधना

संयम के लिए खाना साधना
रूपांतरण शिल्पशाला कार्यशाला का हुआ आयोजन
 
   तेरापंथ महिला मण्डल की आयोजना
चेन्नई : – अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में तेरापंथ महिला मंडल चेन्नई की आयोजना में रूपांतरण शिल्पशाला आहार विषय पर वर्चुअल के माध्यम से कार्यशाला आयोजित की गयी। कार्यशाला की शुरुआत कार्यसमिति सदस्य मन्जु चिप्पड़ के द्वारा नमस्कार महामंत्र से हुई। प्रेरणा गीत का संगान संगीता आच्छा ने किया। तत्पश्चात अध्यक्ष पुष्पा हिरण ने वर्चुअल कार्यशाला में उपस्थित सभी का स्वागत करते हुए सभी को मकर संक्रांति (पोंगल) की अग्रिम शुभकामनाएँ दी एवं खानपान सम्बन्धी जैन दर्शन के अनुसार तीन तरह के ओज, रोम और कवल आहार संबंधी जानकारी दी। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन संरक्षिका श्रीमती कमला गेलडा ने किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्रीमती साधना परमार ने आहार विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा की जैन धर्म के अनुसार एवं वैज्ञानिक दृष्टि से, दोनों की समानताओ के बारे में विशेष जानकारी दी। उन्होंने कहा जो हजारों वर्ष पूर्व आहार संबंधी भगवान महावीर ने कहा वह आज विज्ञान प्रमाण द्वारा सिद्ध कर रहा है। अधिक मात्रा में भोजन लेने से शरीर में विषैले पदार्थों की मात्रा बढ़ जाती है। उचित मात्रा में खाना खाने से आयुष्य दीर्घायु को प्राप्त होता है। वह स्वस्थ होता है, जो हितकर भोजन करता है एवं ऋतु के अनुसार भोजन करता है। निर्जरा के 12 प्रकारों में से चार आहार से संबंधित है, इसकी भी विस्तृत जानकारी दी। अंत में कहा कि स्वाद के लिए खाना अज्ञानता है, जीने के लिए खाना आवश्यकता है और संयम के लिए खाना साधना है। मुख्य वक्ता साधनाजी परमार का परिचय सहमंत्री द्वितीय लता पारख ने दिया।
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार पुरानी ढाल का पुनरावर्तन किया गया। भिक्षु म्हारै प्रगटया भरत खेतर में इस ढाल की प्रस्तुति कार्यसमिति सदस्य वसंता बाबेल ने दी। उपस्थित बहनों एवं अन्य सभी को यह ढाल प्रतिदिन चितारने की प्रेरणा दी गयी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती मालाजी कातरेला ने आहार संबंधी एवं साध्वी प्रमुखाश्री कनकप्रभाजी के मनोनयन वर्ष के उपलक्ष में अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। कमलाजी गेलडा ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी। कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए मंत्री रीमा सिंघवी ने कहां की हमारा जीवन आहार से शुरू होता है। जीवन का पूरा चक्र भोजन से संचालित होता है। स्वस्थ वह होता है, जो हितकर भोजन करता है। महिला मंडल के पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्यों का कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग रहा। धन्यवाद ज्ञापन सहमंत्री प्रथम कंचन भंडारी ने दिया। कार्यक्रम जूम एप्लिकेशन के द्वारा आयोजित किया गया।

            स्वरुप चन्द दाँती
प्रचार प्रसार प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई

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