इंदौर। हृींकारगिरी तीर्थ धाम में दिव्य भक्ति चातुर्मास कर रहे कृष्णगिरी पीठाधिपति, यतिवर्य, विश्वसंत डॉ. वसंतविजयजी म.सा. ने रविवार को अपने दिव्य प्रवचन में कहा कि संतों की वाणी सुनेंगे तो न केवल पापों का नाश होगा बल्कि सफलता दर सफलता हाथ लगती जाएगी।
राष्ट्रसंत डॉ वसंतविजयजी म.सा. ‘सुपर लॉ ऑफ अट्रेक्शन’ विषय तथा मिच्छामी दुक्कड़म एवं न्यूटन के लॉ एवं व्यापार में तेजी पर, जीवन को धर्ममय, परम् समृद्धि, सुख एवं आनंदमय बनाने पर श्रावक-श्राविकाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बड़ा बनने के लिए बड़ी मेहनत करनी होगी उसके लिए जरुरी है आपमें वह कार्य करने की क्षमता हो।
अपनी-अपनी व्यवस्थाओं को ठीक ढंग से सही करेंगे तो सफलता मिलेगी। इसी सफलता को पाने के लिए एकाग्रता जरुरी है। जिस कर्म में सफल होना है उसका मेडिटेशन करते रहना चाहिए, मन सात्विक होना चाहिए।
मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार भगवान पार्श्वनाथजी का मोक्ष कल्याणकारक 1008 नामों से वृहद् महापूजन 8 को
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की महाअष्टमी गुरुवार, 8 अगस्त को हृींकारगिरी तीर्थ धाम में कृष्णगिरी पीठाधिपति विश्वसंत डॉ. वसंतविजयजी म.सा. की पावन निश्रा में मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार भगवान पार्श्वनाथजी का अतिविशिष्ट दिव्यमंत्रित 1008 नामों से वृहद् महापूजन, अभिषेक होगा।
साथ ही पार्श्वनाथ महालक्ष्मी महापूजन, महालक्ष्मी मां के दिव्य कमलात्मिका महामंत्रों से दिव्य महाहवन विधान चंदन, दुर्लभ औषधीय जड़ी-बूटियों, फल मेवों द्वारा किया जाएगा। मोक्ष कल्याणकारी निमित्त अति विशाल 108 किलो के लड्डू का भोग भी लगाया जाएगा।
श्री नगीनभाई कोठारी चैरिटेबल ट्रस्ट ह्रींकारगिरी इंदौर के ट्रस्टी विजय कोठारी व वीरेंद्र कुमार जैन ने बताया कि इस दौरान अद्भुत, अलौकिक हवन, दिव्य अभिषेक महामंगल विधान के साथ किया जाएगा। उन्होंने बताया कि साथ ही साथ इस धार्मिक कार्यक्रम में 108 प्रकार के नैवेद्य चढ़ाए जाएंगे।
नागपंचमी पर पद्मावती माता की 1008 दीपकों से आराधना व 108 लीटर दूध से अभिषेक आज
हृींकारगिरी तीर्थ धाम में दिव्य भक्ति चातुर्मास कर रहे श्रीकृष्णगिरी शक्ति पीठाधिपति डॉ. वसंतविजयजी म.सा. की निश्रा में नागपंचमी के मौके पर सोमवार को माता पद्मावती की 1008 दीपकों से आराधना की जाएगी।
श्रीनगीन भाई कोठारी चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी विजय कोठारी, वीरेंद्र कुमार जैन ने बताया कि इस धार्मिक कार्यक्रम के मौके पर ही मां पद्मावती को 108 लीटर दूध, स्वर्ण जल, नवरत्न जल व दिव्य औषधीययुक्त जल से अभिषेक किया जाएगा।
साथ ही तीर्थ धाम में विराजित पार्श्वनाथ भगवान का नित्य 18 अभिषेक इससे पहले सुबह 10 बजे से 1 बजे तक किया जाएगा। दोपहर तीन बजे 18 अभिषेक महाविधान आयोजन होगा।