चेन्नई. अयनावरम में विराजित साध्वी नेहाश्री ने शनिवार को अपने प्रवचन में कहा कि संघ का मुखिया श्रद्धाशील होना चाहिए तभी वह लोगों को जोड़ेगा।
संघ के मुखिया में संघ चलाने का गुण होता है इसलिए उसे यह जिम्मेदारी सांैपी जाती है। इसलिए संघ के मुखिया को अपने आप में आदर्शवान होना जरूरी है। साध्वी ने कहा कि हमें सुदेव, सुगुरु व सुधर्म के प्रति श्रद्धाशील होना जरूरी है।
मुखिया दीपक की तरह होता है जो अन्य बुझे दीपक को जलाने और प्रेरित करने का काम करता है। श्रद्धाभाव से धर्म करेंगे तो पाप टलेगा और पुण्य बढ़ेगा।
श्रमशील होना, छोटों के लिए प्रेरणाश्रोत होना, समन्वयशील होना, समझें व समझाएं, सहनशीलता का गुण एक मुखिया में होना ही चाहिए।