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संघ की प्रभावना के हेतुक बनें : मुनि सुधाकर

संघ की प्रभावना के हेतुक बनें : मुनि सुधाकर

अपने दायित्व के प्रति सतत् जागरूक रहने की दी पावन प्रेरणा

 अयनावरम, चेन्नई 19.06.2022 ; मुनि सुधाकरजी के सान्निध्य में तेरापंथ युवक परिषद्, चेन्नई के ‘नवमनोनित अध्यक्ष विकास कोठरी के नेतृत्व में नवगठित तेयुप की टीम का शपथग्रहण’ और “हमारा संघ, हमारा दायित्व” विषय पर कार्यशाला का आयोजन श्री जैन दादावाड़ी, अयनावरम के प्रांगण में हुआ।

  विशाल जनमेदनी को सम्बोधित करते हुए मुनि सुधाकर ने कहा कि हमारी साधना संघीयबद्ध है, हम सौभाग्यशाली है कि हमें मनुष्य जन्म मिला। हम भाग्यशाली है कि हमें जैन कुल मिला एवं उसमे हमें गौरवशाली तेरापंथ धर्मसंघ मिला, आचार्य भिक्षु स्वामी की शासना मिला। संघ हमारा प्राण है, त्राण है, जीवन आधार है।

 युवाओं के साथ धर्मपरिषद् को विशेष प्रेरणा देते हुए मुनिश्री ने कहा कि हमारा धर्मसंघ के प्रति दायित्व होना चाहिए कि हम गुरु दृष्टि की आराधना करें। संघपति का जहां निर्देश हो, वहां हमारे चरण गतिशील बने। हम संघ की प्रभावना के हेतुक बनें। व्यक्ति से नहीं, अपितु संघ से हमारी पहचान है।

 नवमनोनीत तेयुप अध्यक्ष विकास कोठारी के साथ पदासीन टीम को मुनि श्री ने पावन पाथेय दिया कि अधिकार की चेतना आंधी पैदा करती है, वहीं कर्तव्य की चेतना गांधी पैदा करती है। अतः हम अपने दायित्व के प्रति, कर्तव्य के प्रति सतत् जागरूक रहते हुए विकास के नये आयाम उद्घाटित करें। धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों में परस्पर समन्वय और सद्‌भाव जरूरी है। जिन्होंने पहले सेवा दी है, उनके प्रति नए पदाधिकारियों को कृतज्ञता की भावना रखनी चाहिए। इसी प्रकार पुराने अनुभवी लोगों को नए कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन और आशीर्वाद देना चाहिये। गुरुदेव तुलसी ने अपने उत्तराधिकारी को आर्शीवाद देते हुए कहा था कि आचार्य महाप्रज्ञ मेरे से भी अधिक यशस्वी और तेजस्वी आचार्य बने। इस प्रकार के चिन्तन से समाज में स्वस्थ परम्पराओं का निमार्ण होता है।

  मुनि श्री नरेशकुमार ने सुमधुर संगीत के संगान के साथ कहा कि जो नियम, व्रत, संयम का सम्यक पालन करता है, उसका जीवन मंगल होता है।

 इससे पूर्व नमस्कार महामंत्र से प्रारम्भ कार्यक्रम में युवा साथियों ने विजय गीत का संगान किया। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन तेयुप पुर्वाध्यक्ष एमजी बोहरा ने किया। अयनावरम की महिलाओं ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। तेयुप पुर्वाध्यक्ष गजेन्द्र बोहरा ने नवमनोनीत पदाधिकारियों का सुन्दर ढ़ग से संघीय सेवाओं का उल्लेख करते हुए परिचय दिया। निर्वतमान अध्यक्ष मुकेश नवलखा ने शुभाषंसा के साथ नवनिर्वाचित अध्यक्ष को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाने के साथ दायित्व हस्तांतरण किया।

 नवनिर्वाचित अध्यक्ष विकास कोठारी ने अभातेयुप के त्रिआयामों सेवा, संस्कार, संगठन के विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने की रुपरेखा प्रस्तुत की। अपने पदाधिकारियों में उपाध्यक्ष पद पर संतोष सेठिया, विशाल सुराणा, मंत्री संदीप मुथा, सहमंत्री कोमल डागा, दिलीप गेलड़ा, कोषाध्यक्ष प्रतीक डागा, संगठन मंत्री सुधीर संचेती के साथ विभिन्न विभागों के प्रभारियों, कार्यसमिति सदस्यों, परामर्शगणों का चयन करते हुए उन्हें शपथग्रहण करवाई। नवगठित टीम को मुनिवृंद ने मंगल आशीर्वाद प्रदान किया।

श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी महासभा से ज्ञानचन्द आंचलिया, तेरापंथ सभाध्यक्ष उगमराज सांड, तेरापंथ ट्रस्ट बोर्ड साहूकारपेट के प्रबंध न्यासी विमल चिप्पड़, तेरापंथ ट्रस्ट बोर्ड मादावरम् के प्रबंध न्यासी घीसूलाल बोहरा, महिला मण्डल उपाध्यक्षा अलका खटेड़, टीपीएफ प्रेसिडेंट राकेश खटेड़, अणुव्रत समिति अध्यक्ष ललित आंचलिया, अभातेयुप जैन संस्कारक स्वरूप चन्द दाँती इत्यादि ने नवमनोनीत टीम को शुभभावनाओं के साथ बधाई दी। कार्यक्रम का कुशल संचालन उपाध्यक्ष विशाल सुराणा ने और आभार ज्ञापन मंत्री संदीप मुथा ने किया। शपथग्रहण के बाद नवगठित टीम साध्वी डॉ मंगलप्रज्ञा के दर्शनार्थ पहुंची। साध्वीश्री ने आध्यात्मिक मंगलकामना के साथ, संगीत द्वारा युवाओं को संघ सेवा में योगभूत बनने की प्रेरणा दी।

            स्वरुप चन्द दाँती

                 सहमंत्री

         अणुव्रत समिति, चेन्नई

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