श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ कम्मनहल्ली में कर्नाटक तप चंद्रिका प.पू. आगमश्रीजी म.सा. ने तीन तरह के दोषों को बताया आधिदैवीक दोष, आधिभौतिक दोष, आध्यात्मिक दोष इन को उदाहरण के माध्यम से समझाया।
प.पू. धैर्याश्रीजी म.सा. ने विनय गुण के बारे में बताया। अगर विनय है तो हम आगे बढ़ते ही जायेगे। ऊर्जा को प्राप्त करेंगे। अक्षर ज्ञान से स्वास्थ्य लाभ का शिविर लिया गया। पच्चास जनों ने लाभ उठाया। दोड्डबल्लापुर संघ तथा आवडी चेन्नई से भक्तगण पधारे। अध्यक्ष विजयराज चुत्तर ने स्वागत किया। संचालन मंत्री हस्तीमल बाफना ने किया।