श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु के तत्वावधान में स्वाध्याय भवन, साहूकारपेट, चेन्नई में रविवारीय सामूहिक सामायिक में युवा रत्न मनीषजी जैन द्वारा ” आदर्श पुरुषों का जीवन ” विषय पर विशेष उदबोधन |
स्वाध्याय भवन साहूकारपेट चेन्नई में श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु के तत्वावधान में युवा रत्न श्री मनीषजी जैन ने रविवारीय सामूहिक सामायिक में उदबोधन देते हुए कहा कि श्री राम व श्रीकृष्ण आदर्श पुरुष थे, जिन्होंने प्रसन्नता व धैर्यता पूर्वक जीवन जीया | दोनों आदर्श पुरुषों का जीवन सरलता व सहजता पूर्ण था | राम ने अपने पिताश्री की आज्ञा पालन करने हेतु राजमहल का त्याग कर चौदह वर्षों के दीर्घ काल के लिए वनवास स्वीकार करते हुए एक आदर्शमय जीवन का इतिहास बनाया |
श्रीकृष्ण, अर्जुन के मित्र रहें तो धर्मयुद्ध में सच्चे सारथी भी रहें व सत्य की राह पर चलने वाले मित्र को विजयी बनाया | मित्र की तरह उनके मन में अर्जुन के प्रति प्रेम व स्नेह था तो सच्चे सारथी के रुप में गीता का उपदेश भी दिया | श्री राम और श्री कृष्ण दोनो का जीवन आदर्शमय हैं जिन्होंने बलवान व सामर्थ्यवान होते हुए भी सरलता व सहजता का त्याग नहीं किया | उनके आदर्शमय जीवन के कारण हजारों वर्षों तक आज भी उनकी गौरव गाथा गायी जाती हैं और युगों-युगों तक गायी जायेगी | ऐसे ही महापुरुष भगवान महावीर हुए, जिन्होंने राजमहल, राज-पाट, सिंहासन का त्याग कर कर्मों को क्षय करने हेतु जंगलों में, वनों में अनेक वर्षों तक विचरण किया।
हर प्राणी मात्र को जीवन को सही रुप में जीने की कला के साथ मृत्यु को स्वीकार करने की, समाधि पूर्वक मरण की कला बताई और मुक्ति का व मोक्ष प्राप्त करने का मार्ग बताया | श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ तमिलनाडु के कार्याध्यक्ष आर नरेन्द्र जी कांकरिया ने बताया कि दैनिक रुप से प्रातः आठ बजे से समकित का संग मुक्ति का रंग पर श्री गौतमचंदजी मुणोत व विनोदजी जैन द्वारा विशेष स्वाध्याय व वरिष्ठ विद्वान स्वाध्यायी बन्धुवरों सुश्री सोनलजी सुराणा, श्रीमती शशिजी कांकरिया श्री विनोदजी जैन श्री नवरतनमलजी बागमार द्वारा उदबोधन स्वाध्याय भवन में गतिमान हैं |
श्री जैन रत्न युवक परिषद तमिलनाडु के कुशल संचालन में नैतिक व धार्मिक रविवारीय संस्कारीय शिविर ” विंग्स टू फ्लाई ” स्वाध्याय भवन साहूकारपेट, चेन्नई में बालक- बालिकाओं की उपस्थिति प्रमोदजन्य रही |
आज ही मध्यान्ह में 12.30 से 3.30 बजे तक युवक परिषद, तमिलनाडु के कुशल संचालन में श्री जैन रत्न आध्यात्मिक शिक्षण बोर्ड, जोधपुर के अंतर्गत चेन्नई महानगर के 26 केंद्रों पर व तमिलनाडु के कुछ क्षेत्रों में धार्मिक परीक्षा की कक्षा एक से चौदह तक का सफल आयोजन हुआ|
युवक परिषद,तमिलनाडु के शाखा प्रमुख,सचिव,उपाध्यक्षगण, सहमंत्रीगण,कोषाध्यक्ष व कर्मठ कार्यकर्ताओं का परीक्षा के सफल आयोजन में मुख्य भूमिका रही श्रावक संघ के पदाधिकारीगण व कर्मठ कार्यकर्ताओं का पूर्ण सहयोग रहा |
धर्म सभा में H प्रकाशचंदजी ओस्तवाल, गौतमचंदजी चोरडिया दिनेशजी खींवसरा, उच्छबराजजी गांग, नवरतनमलजी चोरडिया, महावीरचंद जी कर्णावट, संदीपजी ओस्तवाल, कांतिलालजी तातेड़, अनोपचन्दजी बागमार, महावीरचंदजी बागमार, महावीरचंदजी छाजेड़, शान्तनुजी कर्णावट, विकासजी चोरडिया, श्रीमती सुबीताजी व सोनलजी सुराणा, सुशीलादेवी जी छाजेड़, रंजनाजी चोरडिया, श्रीमती महावीरचंद जी कर्णावट, पी.शर्मिलादेवीजी ओस्तवाल, सुशीलादेवीजी खींवसरा सहित श्राविकाओं की उपस्थिति प्रमोदजन्य रहीं | तपस्या व सामूहिक प्रत्याख्यान के पश्चात श्री नवरतनमलजी बागमार ने मंगल पाठ सुनाया |
प्रेषक :- श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु 24 / 25 बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट, साहूकारपेट, चेन्नई तमिलनाडु 600 001