27 सितंबर अशोक नगर प्रवर्तक सुकन मुनि महाराज के सानिध्य मे सैकड़ों श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति मे श्रमण संघ उपाध्याय मूलमुनि महाराज देवलोकगमन हो जाने पर सोमवार को लोकाशाह जैन स्थाकन मे श्रध्दांजली सभा का आयोजन किया गया। जिसमें सुकन मुनि ने उपाध्याय श्री को श्रध्दासुमन अर्पित करते हुए कहा कि समय का दो पल का भरोसा नहीं सांस आये कि नहीं यह कौई नहीं बता सकता परन्तु जिनशासन की सेवा करतें हुये शताब्दी नायक ने 99 के चक्कर से निकलकर सोमवार को कोटा मे मूल मुनि ने सौवे जन्मदिवस को अपना अंतिम दिन जानकर संथारा लेकर देवलोकगमन होना बहुत बड़ी बात है।
उम्र और दिक्षा प्राय में जैन संतों में सबसे वरिष्ठ विद्वान संत रत्न थे ! उपप्रवर्तक अमृत मुनि, हितेश मुनि डॉक्टर वरूण मुनि आदि संतों ने कहां कि अंतिम समय तक परमात्मा का नाम लेते हुये देह का त्याग किया अनुभव शील गुण रत्नों की खान थें! संघ के राजेन्द्र खोखावत ने बताया कि संघ अध्यक्ष कांतिलाल जैन संरक्षक ओकरसिंह सिरोया उद्योगपति मांगीलाल लुणावत अखिल भारतीय राष्ट्रीय जैन कांफ्रेंस के निवर्तमान अध्यक्ष पारसमल मोदी निलीमा सिरोया आदि ने मूल मुनि को श्रध्दांजली देतें हुए कहां कि संत समाज ही नहीं समाज मे भी अपूर्ण क्षति है का निकट भविष्य में पूर्ति हो पाना असंभव होगा !
महेश मुनि मुकेश मुनि नानेश मुनि व साध्वी विनयप्रभा नमिता श्री ने भी देवलोकगमन पर शब्दों द्वारा श्रध्दां सुमन कहें ! सुनिल चपलोत ने बताया कि मंगलवार को श्रमण संघ के महामंत्री सौभाग्य मुनि की प्रथम पुण्यतिथि आयंबिल एकासन सामायिक व गुणगान के लोकाशाह जैन स्थानक मे मनाई जायेगी !
मीडिया प्रवक्ता सुनिल चपलोत,
लोकाशाह जैन स्थानक, अशोक नगर, उदयपुर