नागदा जं. निप्र- मीडिया प्रभारी महेन्द्र कांठेड़ एवं नितिन बुडावनवाला ने बताया कि धर्मसभा में महासति श्री दिव्यज्योतिजी म.सा. एवं पूज्य काव्याश्रीजी म.सा. ने कहा कि मानव जीवन लाखो जीवा योनियों में परिभ्रमण के बाद शुभ कर्मो के उदय एवं पुण्य कर्मो के उदय से मानव प्राप्त होता है एवं जैन कुल एवं धन धान्य से भरपुर घर एवं परिवार प्राप्त होता है। नरक की गति बड़ी दुःखदायक एवं स्वर्ग की गति बड़ी सुखदायक होती है क्योंकि देने वाला देव एवं पाने या लेने वाला दानव प्रकृति का होता है।
मीडिया प्रभारी ने बताया कि विभिन्न शहरों से गुरू भक्तों का आवागमन निरंतर चल रहा है। मधुबाला निर्मल चपलोद के आठ उपवास की तपस्या चल रही है। जाप की प्रभावना का लाभ विजया बहन लुणावत सांवेरवाला ने लिया। अतिथि सत्कार का लाभ राजेन्द्र कांठेड़, धर्मचक्र की तपस्या का लाभ सुरेन्द्र पितलीया ने लिया। संचालन श्रेणीक बम ने किया एवं आभार प्रकाशचन्द्र जैन लुणावत व सतीश जैन सांवेरवाला ने माना।
सभा में प्रमुख रूप से अनुज कांठेड़, मनोज चपलोत, बसन्तीलाल बेरछावाला, विलास पावेचा, हितेश कांठेड़, अभय चपलोत, अनिल पावेचा, चंदनमल संघवी, सरोज सांवेरवाला, रेशमबाई भटेवरा, बिन्दु कांठेड़, साधना जैन, अमृतबहन मारू, रानु आशीष वोरा, रसीला कांठेड़, मुन्नीबाई छोरीया, मधुलिका नाहर, सोनाली बुडावनवाला आदि उपस्थित थे।
दिनांक 19/07/2022 मीडिया प्रभारी
महेन्द्र कांठेड
नितिन बुडावनवाला