चेन्नई के आवडी स्थित जैन भवन में चातुर्मास विराजित स्पष्ट वक्ता प्रवचन प्रभावका परम पूज्य श्री सुशीला कवरजी मा सा आदि ठाणा 6 ने रविवारीय प्रवचन शृंखला में घर में रखने के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि घर में अगर एक भी व्यक्ति अशांत हो तो पूरे परिवार को अशांत कर देता है। आज कल विज्ञान अपने जैन के ग्रंथों को हाथ में लेकर खोज कर रही है। पर जैन आपस में लडाई मे इतने व्यस्त हैं कि ग्रंथों को हाथ में लेने का समय नहीं है। ऐसे में हम सब अरिहंत कैसे बनेंगे। अरिहंत बने, भगवत बने हर प्राणी ऐसी बरसे प्रभु की जीनवाणी महासतीजी ने कहा।
आज के प्रवचन धर्म सभा में लोग साहुकारपेट, अमबत्तूर, पूनमल्ली, पट्टाबीराम, पुरसवक्कम, तिरुवल्लुवर आदि कई क्षेत्रों से उपस्थित थे। तपस्या में श्री पंचव्याख्यान हुए। यहां नवकार महामंत्र का जाप भी चल रहा है। धर्म सभा का संचालन हीरा चंद्राका ने किया।
कर्णाटक गज केसरी घोर तपस्वी गोरक्षक प.पु. गणेशलालजी म.सा. के पौत्र शिष्य दक्षिण उपकारी.पु.श्री मिश्रीलालजी म.सा. के सुशिष्य श्रमण संघीय ऊपप्रवर्तक, महाराष्ट्र भूषण, दक्षिण दिवाकर, प.पु. श्री श्रुतमुनिजी म.सा की आज्ञानुवर्तिनी सुशिष्या प्रवचन प्रभाविका प,पु, श्री सुशीलकंवरजी म, सा आदि ठाणा 6 आवडीं श्री एस एस जैन भवन में सुख साता पूर्वक विराजित हैं।
दैनिक कार्यक्रम
प्रार्थना:6:30 से 7:00 प्रवचन:9-00 से 10-00 दोपहर धार्मिक ज्ञान चर्चा 2:30 से 3:30
सूर्यास्त :प्रतिक्रमण के बाद बहनो के लिए ज्ञान चर्चा
विशेष अनुरोध
साधु साध्वी हमारे संघ और समाज की अनमोल धरोहर है और चलते फिरते तीर्थ है। इनका सुरक्षित रहना हम सब का कर्तव्य है। उनको कोरोना प्रादुर्भाव से सुरक्षित रखने का, उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने का सम्पूर्ण दायित्व हमारा है।
आप सभी जब भी गुरु भगवंतो के, प्रार्थना प्रवचन, धर्मचर्चा, प्रतिक्रमण, दर्शन-मांगलिक के लिए पधारें उस समय आपको “मास्क” लगाना अनिवार्य है। कम से कम “6 फीट की दूरी” रखकर ही विहार सेवा देनी है।
दूर से ही सुख साता पूछकर, दर्शन – मांगलिक लेना है, याद रहे, किसी भी परिस्थिति में आपको गुरुभगवंतो के चरण स्पर्श नही करने है।
✨ *!! नमो लोए सव्व साहूणं !!* ✨
*!! जय जिनशासन !!*
श्री एस. एस. जैन संघ, आवडीं चेन्नई