चेन्नई. श्री एसएस जैन संघ माम्बलम के तत्वावधान एवं स्वाध्यायी अशोक नाहर व सुरेंद्रकुमार डांगी के सान्निध्य में टी.नगर में बर्किट रोड स्थित जैन स्थानक में संवत्सरी पर्व मनाया गया। इस मौके पर अशोक नाहर ने कहा क्रोध को क्षमा से, मान को नम्रता से, माया को सरलता से व लोभ को संतोष से जीता जा सकता है।
कम खाओ, गम खाओ, नम जाओ के सिद्धांत पर जीने वाले जीवन में शारीरिक व मानसिक तौर पर स्वस्थ रहते हैं। मधुर वचन से शत्रु को भी अपना बनाया जा सकता है। सुरेंद्रकुमार डांगी ने अंतगड़सूत्र के माध्यम से तप-त्याग की महिमा बताई। संघ के उपाध्यक्ष डा. उत्तमचंद गोठी ने कहा पर्वों में सबसे बड़ा पर्व संवत्सरी है।
यह पर्व भोग से हटकर योग, अंधकार से प्रकाश, अधर्म से धर्म, राग से विराग, वासना से उपासना, मृत्युता से अमरता की ओर ले जाने का संदेश देता है।
यह ईष्र्या-द्वेष को मिटाकर पे्रम, वात्सल्य और करुणा का संदेश देता है। इस पर्व को क्षमापना पर्व भी बताया गया है।
उन्होंने बताया कि पर्यूषण पर्व के आठ दिन के दौरान प्रतिदिन एक प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसके अलावा नमोत्थुणं एवं बड़ी साधुता का जाप हुआ।
भगवान महावीर सेवा समिति द्वारा चार दिवसीय अन्नदानं एवं मानवसेवा कार्यक्रम हुआ तथा भगवान महावीर पीठ की ओर से 38वां अष्ट दिवसीय धार्मिक शिक्षण शिविर आयोजित किया गया।
इस आठ दिवसीय पर्यूषण पर्व की आराधना में संघ के अलावा महिला मंडल, सुमति विशाल युवा मंच के सदस्यों का सहयोग सराहनीय रहा। संचालन मंत्री महेंद्र गादिया ने किया। इस मौके पर महानगर के अनेक हिस्सों से गणमान्य लोगों के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।