व्यक्ति की मनोईछाये कभी विराम नही लेती एक इच्छा पूर्ण होने पर व्यक्ति के मन मे स्वतः ही अन्य इच्छा प्रबल हो जाती है। उक्त वचन स्थानिय माहेश्वरी भवन में राठी परिवार द्वारा आयोजित तीन दिवसीय नैनी बाई का मायरा के प्रथम दिन कथावाचक पंडित श्री मनीष भाई ओझा ने कहे।
कथा का शुभारंभ राठी पोल पनघट रोड से शोभायात्रा के रूप में किया गया जो मुख्य मार्ग से होते हुए कथस्थल माहेश्वरी भवन पहुँची। परिवार के श्यामलाल राठी द्वारा महाराज श्री का अभिनन्दन किया गया।
प्रथम दिन मनुष्य प्रवती , कथा प्रशंग, मीरा बाई व भक्त नर्शी मेहता का जीवन परिचय पर प्रकाश डाला गया।
कथा में पुरुषोत्तमदास , हनुमानदास , रामेश्वर,ओमप्रकाश,अशोक राठी द्वारा भी महाराज श्री का स्वागत किया गया।