नर्बदा यात्रा के तहत इंदौर आए महाराजश्री को ओढाई आदर की चादर
इंदौर। राजस्थान के बीकानेर संभाग मुख्यालय पर स्थित श्री नवलेश्वर मठ के अधिष्ठाता योगी श्री शिवसत्यनाथजी महाराज का बुधवार को यहां आगमन पर गुरु भक्तों द्वारा आदर की चादर ओढाकर स्वागत सत्कार किया गया। महाराजश्री 15 दिवसीय नर्बदा यात्रा के तहत पुष्कर, उज्जैन होते हुए इंदौर पहुंचे थे।
करीब 4000 किमी की सड़क मार्ग की इस यात्रा में वे शाम को ओंकारेश्वर के लिए प्रस्थान कर गए। स्थानीय एबी रोड पर स्थित साकार इम्पीरियल में ओम प्रकाश थानवी, वल्लभ पनिया, कन्हैयालाल बोहरा, सीए जितेंद्र कुमार, सीए धीरज कुमार सहित अनेक जनों ने संतश्री का सम्मान किया।
इस अवसर पर महाराजजी ने अपने संक्षिप्त संदेश में व्यसन मुक्ति की सीख देते हुए कहा कि व्यक्ति का आहार शुद्ध सात्विक होगा तो उसके विचार भी शुद्ध होंगे।
उन्होंने कहा कि परमात्मा द्वारा बताए गए निषेध कार्यों को न ही करना चाहिए तथा निषेध कार्य करने वाले व्यक्ति की अनुमोदना भी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सबसे बड़ा व पहला सुख निरोगी काया का उल्लेख करते हुए कहा कि काया नहीं तो माया किसी काम की नहीं है।
हिंदू सनातन धर्म में प्रत्येक व्यक्ति को शिखा अर्थात चोटी रखने व ललाट पर तिलक करने की प्रेरणा भी उन्होंने दी। इस अवसर पर संतश्री ओमनाथजी, पंडित रामजी पुरोहित, गौरीशंकर सेवग, अमित तंवर, श्रीमती मधु, सीमा देवी व अमित ओझा आदि अनेक भक्तगण मौजूद थे। सभी का आभार ओमप्रकाश थानवी ने जताया।