हमारे भाईन्दर में विराजीत उपप्रवृत्तिनि संथारा प्रेरिका सत्य साधना ज गुरुणी मैया आदि ठाणा 7 साता पूर्वक विराजमान हैl वह रोज हमें प्रवचन के माध्यम से नित नयी वाणी सुनाते हैं, वह इस प्रकार हैंl
बंधुओं जैसे की कल गुरुणी मैया का जन्मदिवस मनाया जा रहा हैl उसके उपल्क्ष मे भगवान अरिष्ट नेमि का जाप रखा व लकि ड्रोन भी निकाला जाएंगे वह मेहमानों का आवागमन चालू हैl
वीणा के तार सीखते हैं बातें
जीवन का आनंद लिया जा सके वीणा के तारों को साधा जा सके इसके लिए चार बातें निवेदन करूंगी यह चार बातें साधना मार्ग के प्रिंसिपल हैंl यह चार बातें चार दिशाओं की तरह हैl यह जीवन के सिद्धांत बन जाने चाहिए क्योंकि इन चार बातों को मैंने दिया हैl उसका परिणाम दिखाएं ज्ञानियों के अनुभव को समझा हैl यह चार बातें किसी मंदिर के चारभुजा ना था भगवान के प्रतीक है और प्रिंसिपल ऑफ संबोधित पाठ इंजीनियर अर्थात संस्था आवेl यअर्नेस अर्थात सचेतन नेता पाॅजिटीवनेस अर्थात सरकार तक मक्का और फिनिश अर्थात निराली और पता किसने दिए समझ लिया तो यह जान लेना की महावीर के पंच महाव्रत और बुद्ध के अष्टांगिक आर्य मार्ग और पतंजलि के अष्टांगिक योग मार्ग को साथ लिया हैl
साधना तो धीरे-धीरे होगी जो इन प्रिंसिपल के प्रति हमारी जागरूकता बढ़ेगी क्यों यह प्रिंसिपल हमारे जीवन के साथ छोड़कर जाएंगे तब बच्चे का जीवन भी धन्य होगाl युवक का जीवन भी धन्य होगा और बुजुर्गों का जीवन भी धन्य होगा तब जन्म जीवन और मृत्यु तीनों ही धन्य हो जाएगी इन्हीं शुभ भाव के साथ जिनेंद्र जय महावीरl
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