आचार्य श्री महाश्रमणजी के विद्वान सुशिष्य मुनि श्री ज्ञानेंद्रकुमारजी सहवर्ती मुनि श्री विनीतकुमारजी, मुनि श्री विमलेशकुमारजी का 2 माह (पूर्वाद्ध का) चातुर्मास संपन्नता पर तेरापंथ सभा चेन्नई के तत्वाधान में मंगलभावना का भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में ट्रिप्लीकेन में प्रवासित मुनि रमेशकुमारजी, मुनि सुबोधकुमारजी ने भी अपना सान्निध्य प्रदान किया।
चैन्नई साहूकारपेट के श्रावक श्राविकाओं की श्रद्धा, सेवा-भाव का उल्लेख करते हुए मुनि ज्ञानेन्द्रकुमार ने कहा कि चातुर्मास एक सनातन परंपरा है| इस समय विशेष आध्यात्मिक साधना-आराधना, तप-त्याग , ध्यान-स्वाध्याय करने का एक जगह लंबा अवसर सबको मिलता है। इस दो माह में हमने देखा कि चैन्नई का श्रावक समाज विनीत और जागरूक है।
जहाँ चातुर्मास अपने आप में विशेष उपयोगी हो जाता है। हमने पूरा प्रयास किया, लोगों को प्रेरणा दी, जिससे बहुत अच्छी धर्म प्रभावना भी हुई। सहवर्ती दोनों संतों ने गोचरी आदि में बहुत मेहनत की। आप सभी अब भी बराबर दर्शन सेवा का लाभ लेते रहेे।
मुनि श्री रमेशकुमार ने कहा- संतों का शहर में आना भी मंगल है और प्रस्थान भी मंगल है। संत स्वयं मंगल है। आप सबको लोकोत्तर मंगल का मार्ग बताते है। जिससे इहलोक , परलोक दोनों मंगल बन सकते हैं।
इससे पूर्व मुनि रमेशकुमारजी के महामंत्रोच्चारण से कार्यक्रम का आगाज हुआ। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष श्री विमल चिप्पड़ ने मुनि श्री ज्ञानेंद्रकुमारजी से अर्ज करते हुए कहा कि हमने बहुत कुछ आप तीनों संतों से सीखा हैं। नए-नए संघ प्रभावक बहुत कार्यक्रम भी आयोजित हुए। आपके जीवन से हमने बहुत कुछ सीखा है – जैसे समय प्रबंधन, सहज अनुशासन, तपस्या करते हुए श्रम करते हैं वह सदा याद रहेगा।
टीपीएफ के अध्यक्ष श्री अनिल लुणावत, तेरापंथ युवक परिषद् के उपाध्यक्ष श्री मुकेश नवलखा, तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती शांति दुधोडिया, पूर्व सभाध्यक्ष श्री सुरेशचन्द मुथा, टण्डीयारपेट ट्रस्ट के मुख्यन्यासी श्री इन्द्रचन्द डूंगरवाल, सुशीला बैद, विजया सेठिया, अशोक लुणावत, बालक ऋषि श्यामसुखा, बालिका जिज्ञासा लोढा, प्रियंका लोढा, मनोज मुथा, उपासक पदम आंचलिया आदि अनेक वक्ताओं ने मुनि श्री के मंगलभावना कार्यक्रम में अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति गीत, मुक्तक और भाषण से व्यक्त करते हुए चातुर्मास में आयोजित संघ प्रभावक कार्यक्रमों की जानकारी दी।
तेरापंथ सभा मंत्री श्री प्रवीण बाबेल ने संयोजन करते हुए कहा कि समाज की सभी संघीय संस्थाओं के पदाधिकारियों, सदस्यों से मिले सहयोग से चातुर्मास के सब कार्य सफल हुए। तेरापंथ सभा चैन्नई ने इस चातुर्मास में गोचरी के समय विशेष सेवा देने वाले आदित्य दूगड़, मनोज सेठिया, उत्तम श्यामसुखा और सेवा प्रभारी सुरेश जी रांका का भी सम्मान किया।
तेरापंथ सभा प्रचार प्रसार प्रभारी श्री स्वरूप चन्द दाँती ने बताया कि मुनि श्री ज्ञानेन्द्रकुमारजी ठाणां 3 उतराद्ध चातुर्मास हेतु साहूकारपेट से विहार कर रविवार प्रात: 9.00 ताण्डवराय स्ट्रीट, तंडियारपेट स्थित तेरापंथ सभा भवन में मंगल प्रवेश करेंगे|
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चैन्नई
प्रभारी : प्रचार – प्रसार