चेन्नई: यहाँ विरुगमबाक्कम स्थित एमएपी भवन में चातुर्मासार्थ विराजित श्री कपिल मुनि जी म.सा. के सानिध्य में नवरात्रि प्रारम्भ के अवसर पर रविवार को सवेरे 8 बजे से 9 बजे तक सर्व सिद्धि प्रदायक आत्म रक्षाकर स्तोत्र जप अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा ।
श्री कपिल मुनि जी म.सा. ने इस जप साधना की महत्ता और उपयोगिता बताते हुए कहा कि नवरात्री के पवित्र दिन शक्ति उपासना और आराधना का अनुपम अवसर है ।
अपने व्यक्तित्व को तेजोमय और शक्तिशाली बनाने की साधना करने के लिए काल की दृष्टि से इन दिनों का ख़ास महत्त्व है । इस संसार में जीने के लिए शक्तिशाली बनना बेहद जरुरी है । क्योंकि यहाँ वही जीवित रह सकता है जिस में संघर्षों से जूझने की ताकत है ।
बेचारा शक्ति विहीन व्यक्ति का तो अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाता है । अनंत शक्तिमान तीर्थंकर परमात्मा की श्रद्धापूर्ण भक्ति स्तुति के रूप में लोगस्स, उवसग्गहर स्तोत्र, वज्रपंजर स्तोत्र आदि का जाप भी हमारे भीतर शक्ति केंद्र को जागृत करता है जिसके सहारे हम अपने आपको स्वस्थ,सुरक्षित और आत्म निर्भर बना सकते हैं और गुणियों की स्तुति से नमस्कार पुण्य का लाभ भी अर्जित कर सकते हैं जिससे आतंरिक और बाहरी सम्पदा की वृद्धि होती है।
संघ मंत्री महावीर पगारिया ने बताया कि विरुगमबाक्कम में रविवार को सवेरे 8 बजे से आयोजित इस जप साधना के विशेष कार्यक्रम में स्थानीय लोगों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के श्रद्धालुगण भी हिस्सा लेंगे ।