चेन्नई. विरुगमबाक्कम स्थित एमएपी भवन में चातुर्मासार्थ विराजित कपिल मुनि के सानिध्य और एस. एस. जैन संघ विरुगमबाक्कम के तत्वावधान में रविवार को सवेरे सर्व सिद्धि प्रदायक, विघ्न बाधा विनाशक, महाप्रभावक भक्तामर स्तोत्र महाजाप अनुष्ठान होगा।
शुक्रवार को कपिल मुनि ने इस जप अनुष्ठान की महत्ता और उपयोगिता के बारे में बताया कि भक्तामर स्तोत्र भगवान ऋषभ देव की स्तुति का गान है। इस जप अनुष्ठान के प्रभाव से समस्या ग्रस्त जीवन को समाधान की राह मिलती है, घर परिवार में स्वर्ग जैसी दिव्यता का अवतरण होता है और ये अशुभ ग्रहों की चाल को बदल कर जीवन से आधि-व्याधि और उपाधि के संताप को सदा के लिए दूर कर देता है ।
मुनि ने कहा जो भी साधक श्रद्धा भक्ति से ओतप्रोत होकर इस भक्तामर स्तोत्र की जप साधना कर लेता है। उसके जीवन के राजमार्ग में आने वाली सभी बाधाओं की सम्भावना क्षीण हो जाती है।
संघमंत्री महावीर चंद पगारिया ने बताया कि यह जप अनुष्ठान रविवार को सवेरे 7.30 बजे से 9.00 बजे तक रहेगा। इसके साथ ही कपिल मुनि का जन्म दिवस भी जप तप की आराधना व सामयिक साधना के साथ मनाया जाएगा।