- दुर्ग / जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तलाब दुर्ग में चातुर्मास अपने अंतिम पड़ाव की ओर अग्रसर है इन चार माह में लगातार धर्म ध्यान आराधना जप अनुष्ठान त्याग तपस्या का नित्य पति दिन आयोजन किया गया। जिसमे जैन समाज के अनेक सभी वर्ग के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। छत्तीसगढ़ प्रवर्तक श्री रतन मुनि, डॉक्टर सतीश मुनि के सानिध्य एवं गौरव मुनि के मार्गदर्शन में चातुर्मास में अनेक आयोजन हर्ष और उल्लास के वातावरण में संपन्न हुए।
जय आनंद मधुकर रतन भवन के प्रांगण में कल 3 दिवसीय स्वाध्याय शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 50 श्रावक-श्राविकाओं हिस्सा लिया इस दिवसीय स्वाध्याय शिविर में अंतगण सूत्र, मोक्षगामी आत्माओं की स्तुति ध्यान योग एवं जैन दर्शन के अनेक विषयों को सारगर्भित शब्दों में समझाया जा रहा है।
राजगुरु माता उमराव अर्चना के दिव्य आशीर्वाद एवं साध्वी हेम प्रभा जी की प्रेरणा से श्रमण संघीय जैन स्वाध्याय संघ के द्वारा यह स्वाध्याय शिविर संचालित किया जा रहा है। संत गौरव मुनि के मार्गदर्शन में स्वाध्याय शिविर में लोग लाभांवित हों रहे हैं जो आने वाले समय में जिस शहर एवं गांवों में जैन साधु साध्वी नहीं पहुंच पाते उन जगहों पर जाकर पयुर्षण पर्व पर 8 दिवस स्वाध्याय सेवा देने जाएंगे।
स्वाध्याय शिविर के संयोजक दिनेश बाफना कार्यक्रम प्रभारी रचिता श्री श्रीमाल भारती श्रीश्रीमाल , सपना संचेती एवं सरिता जैन स्वाध्याय शिविर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
श्रीमती कल्पना धर्म चंद लोढा शिविर में भाग लेने वालेप्र तिभागियों को प्रभावना वितरित करेंगे।
जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तलाब दुर्ग में चातुर्मास प्रारंभ होने के साथ ही अनेक प्रकार के जप एवं तप अनुष्ठान लगातार इस चातुर्मास में चल रहे थे जिसमें भक्तांबर स्त्रोत सपूट, पूछी सुणम, कालसर्प योग, 9 ग्रह शांति पाश्चव पद्मावती जप, जैसे अनुष्ठान इस चातुर्मास में संपन्न हुए। इस जब अनुष्ठान के समय 55 कलश की स्थापना की गई थी इन्हीं कलश का वितरण कल जय आनंद मधुकर रतन भवन के प्रांगण में वितरित किया गया। जिसमें कलश के लाभार्थी परिवार सह पत्निक आमंत्रित थे सभी लाभार्थी परिवार अपने-अपने निवास में कलश की स्थापना की।