मुनिश्री मोहजीत कुमार जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक व्यक्ति अपने गुस्से पर काबु नहीं कर पायेगा तब तक अपराध कम नही होगा । हम जीवन मे नशा मुक्त रहे एव अपने गुस्से पर कट्रोल करना सिखे । जोश के साथ होश रहेगा तभी परिवर्तन संभव है। अणुव्रत हमे संयम सिखाता है। हम अणुव्रतों को अपने जीवन में उतारे । व्यक्ति की सकल्प शक्ति मजबुत बनी रहे इस हेतु कुछ विशेष ध्यान के प्रयोग करवाये गये और सकल्प भी दोहराये गये एवं सभी को नशा मुक्त रहने की प्रेरणा प्रदान की गई ।
मुनिश्री जयेशकुमार जी मे कैदी भाइयों को प्रेरणा देते हुए अणुव्रत गीत का संगान किया । कार्यक्रम मे अणुव्रत सेवी ओमप्रकाश बांठिया ने अपने विचार रखते हुए प्रेरणा प्रदान की । कार्यक्रम में अणुव्रत समिति के अध्यक्ष जवेरीलाल सालेचा,उपाध्यक्ष सजय भंडारी, सहमंत्री मुकेश सालेचा, जेलर भवरसिंह चौहान , तेरापंथ महिला मण्डल अध्यक्षा निर्मला जी संकलेचा, उपाध्यक्ष चन्द्रा देवी बालड़, तेयुप अध्यक्ष सन्दीप ओस्तवाल, संपतजी नाहटा, गौरव भंडारी और कई जेलर अधिकारी उपस्थित रहे। तेयुप मीडिया प्रभारी नवीन सालेचा ने बताया कि महिला मण्डल की बहनो द्वारा रक्षा बंधन के दिवस पर जेलर साहब और अन्य अधिकारीयों को राखी बांधी गई एवं सभी को समिति द्वारा मिष्ठान वितरण किया गया।