पंजाब सरकार के राज्यपाल महामहिम श्री वी पी सिंह बदनौर ने कहा कि मुझे कुछ बातें याद आ रही हैं| 2008 में आसीन्द में आचार्य श्री महाप्रज्ञजी मर्यादा महोत्सव करने हेतु पधारें थे| आपके भी दर्शन मुझे करने का अवसर मिला| आपका 2021 का चातुर्मास भीलवाड़ा घोषित हैं| भीलवाड़ा मेरी कर्म भूमि हैं| मैं वहां फिर आपकी सेवा में रहूंगा| पिछले दो साल से मैं चंडीगढ़, पंजाब का गवर्नर हूं| मैं भी यहां याचक बनकर आया हूं, की आप पंजाब पधारें| पंजाब में जैन समुदाय संख्या में छोटा हैं| पर सब साथ में रहते हैं| हम सब पुन: प्रार्थना करते हैं, कि आप पंजाब पधारें|
अग्नि अखाडा के महासचिव ब्रह्मचारी संपूर्णानंद स्वामी ने अपने भावों की अभिव्यक्ति देते हुए कहा कि जिनके दर्शन से आनंद की अनुभूति होती हैं| ऐसे संत के दर्शन से मेरा भाग्योदय हुआ हैं| मैं उल्लासित हूँ, जो मुझे ऐसा सौभाग्य प्राप्त हुआ| स्वामी ने आगे कहा कि जिनकी जनक जैसी सोच हैं, व्यवहार हैं, भाव हैं, नियम है, बातें हैं, जो राजा होकर भी साधुओं को समीप बैठाते हैं और जिनकी वाणी में संयमता हैं| मैं आपके दर्शनकर आनन्दित हूँ| मैं आपसे भिक्षा लेने आया हूँ, कि आप पंजाब पधारें| एक सन्यासी दूसरे सन्यासी की बात नहीं टालता| पंजाब को सद् मार्ग पर ले जाने का काम आप कर सकते हैं| आप मेरी भिक्षा को खाली नहीं जाने देंगे|