नेल्लोर. यहां रविवार को साध्वी आत्मदर्शनाश्री एवं अन्य सहवर्तिनी साध्वीवृंद के सान्निध्य में मुमुक्षु संजय भाई, पिंकी बेन, प्रार्थना और निष्ठा का भव्य वर्षीदान वरघोड़ा निकाला गया जिसकी शुरुआत कापू स्ट्रीट स्थित नए जैन भवन से हुई। वरघोड़े में विशेष संयम जीवन को प्रेरित करने वाली झांकियां शामिल थी।
वरघोड़े में तेनाली बैंड, मुम्बई की टीम ने सेवा दी। मुमुक्षु संजय भाई, पिंकी बेन, प्रार्थना व निष्ठा ने रथ पर बैठ कर वर्षीदान किया। वरघोड़ा एसी सेंटर, नार्थिकी सेंटर, कनक महल, गांधी भोम्मा सेंटर होते हुए जैन भवन पुन: पहुंचा। वरधोड़े में राज्य के शहरी विकास मंत्री पी नारायणा भी शामिल हुए। वरघोड़े में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
शाम को कस्तूरी गार्डन्स में विदाई समारोह आयोजित हुआ जिसमें श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ नेल्लोर द्वारा मुमुक्षुओं का सम्मान किया गया। जैनम वरीय ने संगीत पेश कर श्रद्धालुओं को मुग्ध कर दिया। इस दौरान जैन संघ के अध्यक्ष शांतिलाल जैन ने कहा जिन शासन का रत्न और नेल्लोर का गौरव आज भगवान महावीर स्वामी के मार्ग पर आरूढ़ होने जा रहा है।
आज पूरे नेल्लोर में दीक्षा को लेकर लोगों ने उत्सुकता और खुशी की लहर है। यह नेल्लोर के इतिहास में पहली बार है जब एक ही परिवार के चार सदस्य संयम पथ पर अग्रसर हो रहे हैं। मुमुक्षु संजय भाई ने कहा न जाने कितने भवों के बाद हमें यह मनुष्य जन्म मिला है जिसका मिलना कितना दुर्लभ है।
इस मनुष्य जन्म में संयम मिलना दुर्लभ है।जीवन में संयम पथ पर जाना बहुत खुशी की बात है। इस जीवन में सुबह से लेकर रात तक सिर्फ झूठ, छल और कपट है। भगवान व उसकी साधना के लिए किसी के पास समय नहीं है। उन्होंने सभी को दीक्षा महोत्सव में आने के लिए आमंत्रित किया।