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मासखमण की तपस्या की ओर आशीष बंगानी के बढ़ते कदम

मासखमण की तपस्या की ओर आशीष बंगानी के बढ़ते कदम

दुर्ग / जय आनंद मधुकर रतन भवन के प्रांगण में आध्यात्मिक चातुर्मास में त्याग तपस्या जप अनुष्ठान के कार्यक्रम हर्ष और उल्लास के वातावरण में संपन्न हो रहे हैं।
अपनी छोटी सी उम्र में श्रमण संघ स्वाध्याय मंडल के सक्रिय सदस्य आशीष बंगानी में आज 24 उपवास का संकल्प छत्तीसगढ़ प्रवर्तक श्री रतन मुनि एवं विवेक मुनि के से लिया। डॉ सतीश मुनि एवं गौरव मुनि की पावन प्रेरणा से उपवास से अपना संकल्प लेते हुए नित्य प्रतिदिन अपने उपवास का संकल्प दोहराते हुए आज 24 उपवास का संकल्प पूर्ण किया।
जय आनंद मधुकर रतन भवन की धर्म सभा में आशीष बंगानी इसके पूर्व भी उपवास 2 उपवास की तपस्या के साथ-साथ 15 उपवास तक की तपस्या कई बार पूर्ण की है।
श्री आशीष बंगानी के पिता श्री अमरचंद बंगानी एवं माता पुष्पा देवी बंगानी ने भी लगातार साथ मिलकर 30 उपवास की कठिन तपस्या कई बार पूर्ण की है।

माता-पिता की सद प्रेरणा से आशीष ने भी मास खमण की तपस्या का संकल्प लेकर पूर्णता की ओर अग्रसर है।

इसी तरह यवतमाल महाराष्ट्र निवासी गौतम चंद लुणावत ने भी आज 21 उपवास का संकल्प पूर्ण किया।
इसके पूर्व भी गौतम लुणावत 52 बार तीन उपवास की तपस्या सहित आठ एवं 15 उपवास कई बार पूर्ण किया है।
गौरव मुनि के प्रति आस्था भाव रखने वाले इन दोनों तपस्वी अपने आप को धन्य महसूस कर रहे हैं कि गुरु भगवंतो के पावन आशीर्वाद से हम इस कठिन तपस्या में आगे बढ़ने का गुरुदेव श्री का अंतर्मन से आशीर्वाद हमें प्राप्त हो रहा है।

दिन में दो बार गर्म पानी के बल पर कठिन तपस्या

श्री आशीष बंगानी एवं गौतम जैन लुणावत की दैनिक आहार चर्या में केवल दिन में दो बार गर्म पानी पीते हैं। सूर्यास्त के पश्चात गरम पानी भी निषेध रहता है। इस तपस्या के दौरान सुबह एवं शाम का प्रतिक्रमण सुबह प्रार्थना एवं प्रवचन के दौरान नियमित सामायिक साधना भी इन दोनों की लगातार जारी है।

विद्यार्थियों के लिए भक्तांबर स्त्रोत के 6 वे श्लोक का जाप अनुष्ठान

सभी विद्यार्थियों के लिए शनिवार को ज्ञान बुद्धि विकास हेतु भक्तांबर स्त्रोत की छठवें श्लोक का प्रातः 10:00 से 11:00 तक सभी बच्चे गौरव मुनि के निर्देशन में सामूहिक रूप से जाप अनुष्ठान जय आनंद मधुकर रतन भवन में करेंगे।

जय आनंद मधुकर रतन भवन में जब से चातुर्मास लगा है तब से यहां धर्म ध्यान की गंगा बह रही है। लगातार उपवास, ईकासना, आयबिल, माता पद्मावती का जाप, भक्तांबर का जाप अनुष्ठान एवं नवकार महामंत्र का साप्ताहिक जाप अनुष्ठान एवं वर्षीतप की साधना भी गुरुदेव श्री की पावन निश्रा में लगातार आयोजित हो रहा है और इस अनुष्ठान में श्रमण संघ परिवार सहित जैन समाज के के सभी वर्ग के सदस्य हर आयोजन में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।

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