Share This Post

Featured News / Featured Slider / Khabar

माम्बलम (टी.नगर-चेन्नई) चातुर्मास-2023 की कुछ झलकियाँ 

माम्बलम (टी.नगर-चेन्नई) चातुर्मास-2023 की कुछ झलकियाँ 

🔶 चातुर्मास प्रारंभ में ही लगभग 200 श्रावक- श्राविकाओं द्वारा चातुर्मास काल के दरम्यान लगभग 50000 (पचास हजार) से अधिक सामयिक करने के, साथ ही जमीकंद/होटल/सिनेमा/ मौज मस्ती के उद्देश्य से घूमने/अब्रह्म सेवन व रात्रि भोजन त्याग/दैनिक 14 नियम चित्तारना/प्रतिदिन नवकारसी/अंगूठी के पच्छक्खाण आदि 27 नियमों का संकल्प पत्र भरा गया।

🔷लगभग 125 से भी ज्यादा श्रावक- श्राविकाओं द्वारा श्रावक के व्रत (जघन्य 1 एक से उत्कृष्ट 12 व्रत) ग्रहण करना।

🔶 लगभग 150 से भी ज्यादा श्रावक श्राविकाओं द्वारा दैनिक 14 नियम ग्रहण ग्रहण करना।

🔷100 से भी ज्यादा भाई बहनों द्वारा पच्छक्खाण की अंगूठी धारण करना।

🔶 हर अमावस्या,पूर्णिमा महापुरुषों की जन्म जयंती एवं पुण्यतिथि प्रसंग पर 2-2 सामायिक के साथ मानव सेवा/अन्नदानं/तप-त्याग व साधर्मिक भाई बहनों को राशन किट/दवाइयाँ वितरण(गुप्त रूप से) कार्यक्रम।

🔷 चातुर्मास प्रारंभ से समापन तक दैनिक प्रतिक्रमण करने का अनवरत क्रम जारी। पर्युषण पर्व /पक्खी को रात्रि पौषध/संवर की आराधना। प्रतिदिन दोपहर सामूहिक नवकार जाप एवं मुनिश्री द्वारा मंगल पाठ। हर रविवार को सामूहिक सामायिक आराधना के साथ प्रभु प्रार्थना/प्रवचन।

🔶 चातुर्मास प्रारम्भ से समापन तक प्रवचन हाल में जाजम का प्रयोग नहीं। सभी श्रावक श्राविकाओं द्वारा सामायिक वेश में ही प्रवचन श्रवण का लाभ लेना।

🔷 अतिथियों का केवल भावों द्वारा अभिनंदन। माला व शाला नहीं।

🔶चातुर्मास प्रवेश अथवा चातुर्मास संबंधित किसी भी कार्यक्रम में आमंत्रण/निमंत्रण विज्ञापन पत्रिका मुद्रित नहीं की गई।

🔷चातुर्मास काल के दरम्यान 2 मास खमण(31 उपवास) के साथ 16,11, 9, 8,5,3 उपवास,शील व्रत, वर्द्धमान तप, तेले-तेले पारणा, लगातार आयंबिल/एकान्तर उपवास आदि अनेक तपश्चार्य हुई।

🔶 संघ अध्यक्ष श्रमणोपासक डॉ. उत्तमचन्द गोठी द्वारा आयोजित एक कदम श्रावक धर्म की 10 कार्यशालाओ में अनेक श्रावक श्राविकाओं ने छोटे-छोटे व्रत नियम पच्छक्खाण के साथ 14 नियम/3 मनोरथ/7 व्यसन त्याग/नवकारसी/सागारी संथारा,हर गृहस्थ के लिये अत्यंत ही उपयोगी श्रावक के 12 व्रतों की प्रशिक्षण कार्यशाला में अपनी अपनी शक्तिअनुसार व्रत/नियम/पच्छक्खाण धारण करना।

🔷पर्वाधिराज पर्युषण पर्व के प्रथम दिवस संथारा साधक 12 व्रतधारी श्रावक स्व.मदनलालसा गोठी की प्रथम पुण्यतिथि प्रसंग पर मदन उत्तम ज्ञान ज्योति-श्रावक के 12 व्रत पुस्तक का विमोचन।

🔷भगवान महावीर स्वाध्याय पीठ द्वारा दस विशेष धार्मिक शिविर एवं दैनिक 14 नियम कार्ड का विमोचन।

🔶 श्री मरुधर केसरी जैन वैयावच्च ट्रस्ट द्वारा गोठी टावर, सारंगपानी स्ट्रीट, टी.नगर में साधु-साध्वियों के वैयावच्च उद्देश्य से एक फ्लैट खरीदा गया।

🔷चातुर्मास प्रारंभ से समापन तक पाँच ही महीने दर्शनार्थीयों के लिये एकासना/बियासना/दया/एकल ठाणा/नीवी/आयम्बिल एवं चोविहार की सुंदर व्यवस्था श्री संघ की तरफ। अधिकतम 11 द्रव्य।

🔶 जैन धर्म एवं भगवान महावीर के सिद्धांतों के प्रचार प्रसार के लिए स्थानीय भाषा में स्कूलों में कार्यक्रम एवं प्रतियोगिता।

🔷पानी एवं अपकाय के जीवों की रक्षा हेतु बर्तनों को साफ करने के लिए बुरादे का उपयोग।

🔶लगभग 100 भाई बहनों द्वारा पर्वाधिराज पर्युषण पर्व प्रसंगे 8 दिवस -8 विशेष नियम के संकल्प पत्र भरे गए। 10 दिवसीय भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव सवेरे 2-2 सामायिक व मुनिश्री द्वारा उत्तराध्ययन सूत्र वांचन के साथ मनाया गया।

🔷 कई श्रावक-श्राविकाओं/युवा-युवतियों द्वारा / प्रतिक्रमण/बड़ी साधु वंदना/भक्तामर/पुच्चीसुनम/12 भावना/सम्पूर्ण उत्तराध्ययन/ सुख विपाक/दशवेकालिक /अनुत्तरोववाई सूत्र आदि कंठस्थ करना।

🔷चातुर्मास समाप्ति दिवस पर चातुर्मास काल मे विशेष धर्म आराधना, आगम कंठस्थ, तप- त्याग, श्रावक व्रत,14 नियम,अन्य पच्चकखाण ग्रहण करने वाले 327 श्रावक श्राविकाओं श्री संघ द्वारा अभिनंदन पत्र द्वारा सम्मान।

🔶 जीव दया/भगवान महावीर स्वाध्याय पीठ/वैयावच्च/शुभ खाता/संघ व्यवस्था/साधर्मिक सेवा में अच्छी राशी प्राप्त हुई व सदुपयोग में लायी गयी।

🔷 सम्पूर्ण चातुर्मास (5 मास)का खर्च बहुत ही कम।परिपाठी अनुसार चातुर्मास समाप्ति के एक दिन पूर्व ही सम्पूर्ण चातुर्मास के आय व्यय का हिसाब पारित।

…और ऐसी अनेक उपलब्धियों से परिपूर्ण..

*श्री एस. एस. जैन संघ माम्बलम (टी.नगर-चेन्नई)*

✍️ डॉ. एम.उत्तमचंद गोठी

Share This Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may use these HTML tags and attributes: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>

Skip to toolbar