चेन्नई. पट्टाभिराम में विराजित श्रुतमुनि और अक्षरमुनि ने कहा कि धार्मिक कार्य करने में जीवन में देरी नहीं करना चाहिए। जीवन में धर्म ध्यान, दान पुण्य, मानव सेवा करते रहने से ही जीवन सफल होता है।
परमात्मा ने जो भी दिया उससे संतुष्ट रहना चाहिए। धार्मिक कार्य करने में सुख की प्राप्ति होती है। श्री गुरु गणेश मिश्री सेवा समिति के सदस्यों ने वैगटापुरम गौशाला जाकर दान किया।
जिसमें दीलीप बोहरा, संतोष पगारिया, महेन्द्र चोरडिया और दिनेश बोहरा साथ ही महिला समिति की अध्यक्ष पुष्पा दुगड़, मार्गदर्शक कमला रांका और इंद्रा चोरडिया भी उपस्थित थे। यह जानकारी सुरेशचंद ललवानी ने दी।