परम पूज्य आचार्यश्री महाश्रमण जी एवं मातृहदया साध्वीश्री प्रमुखाश्री जी के सान्निध्य मे श्री जैन महासंघ के तत्वावधान में आचार्य महाश्रमण चातुर्मास व्यवस्था समिति द्वारा आयोजित महिला वर्ग सामुहिक क्षमायाचना कार्यक्रम का आयोजन आचार्य महाश्रमण चातुर्मास प्रवास स्थल माधावरम में किया गया।
मूर्तिपूजक सम्प्रदाय से आचार्य श्री हेमचंद्रसूरीश्वरजी म.सा. की शिष्या साध्वीश्री जी अमीरसाश्रीजी म.सा.एंव आचार्य तीर्थभद्रसूरीश्वरजी म. सा. की आज्ञानुवर्तिनी श्री पुर्णगुणाश्रीजी महाराज सा की शिष्या पुर्ण ज्योतिश्री जी महाराज महती कृपा करके पधारे। आचार्य महाश्रमण जी ने भी महती कृपा कर प्रवचन पंडाल में सान्निध्य प्रदान किया और अपने मंगल उद्बोधन में फरमाया “आज जैन सम्प्रदाय की बहनो का सामूहिक क्षमायाचना पर सभी को यह संकल्प करना चाहिए हमे अपने जीवन को राग, द्वेष से मुक्त रखना है, हमे किसी का दिल दुखाया हो तो खमत खामणा करे। जैन धर्म में क्षमायाचना का दिन सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण होता है।
महाश्रमणी साध्वीप्रमुखाश्री जी ने फरमाया क्षमा शब्द बहुत छोटा है पर उसमें अपार शक्ति समाहित है। साल में एकवार ऐसा अवसर मिलता है। सभी श्रावक – श्राविकाओ को अन्तर आत्मा से शुद्ध हो जाना। यही हमे मेत्री दिवस प्रेरणा देता है। तेरापंथ से साध्वीश्री मुख्य नियोजिका विश्रुतविभाजी और मूर्तिपुजक सम्प्रदाय से साध्वीश्री अमीरसाश्रीजी एवं मूर्तिपूजक सम्प्रदाय से साध्वीश्री पूर्ण ज्योतिश्रीजी ने मैत्री दिवस पर अपने मंगल उद्बोधन में फरमाया भगवान् महावीर ने भी हमे मैत्री का संदेश दिया और हम सब उनके अनुयायी हैं और उनके सिद्धांतों को आगे बढाना है और जिन शासन की प्रभावना करना है।

आज क्षमायाचना दिवस पर हमे राग, द्वेष, मोह, माया,बंधन को छोड़कर आगे बढना है। जैन महासंघ से आगन्तुक का स्वागत श्रीमती कमला जी मेहता ने किया। तेरापंथ सम्प्रदाय से आगन्तुक का स्वागत तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती कमला जी गेलडा ने किया। तेरापंथ सम्प्रदाय और जैन महासंघ से मैत्री दिवस पर सुंदर गीतिका की प्रस्तुति दी।
मूर्तिपूजक सम्प्रदाय से विणाजी ने गितीका और दिगम्बर सम्प्रदाय से नीलम जी जैन और टंडियारपेट से मधु बोहरा एवं स्थानक सम्प्रदाय से प्रिती जी बाफना एवं मूर्तिपूजक सम्प्रदाय से खुश्बू प्रकाश ने अपने विचारों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में चातुर्मास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष धर्मचंद जी लुंकड संगठन मंत्री श्री रमेश जी खटेड एवं सभी पदाधिकारिगण तेरापंथ सभा के मंत्री विमल जी चिपड और सम्पूर्ण टीम,चातुर्मास व्यवस्था के जन सम्पर्क विभाग संयोजिका माला जी कात्रेला, जैन महासंघ के अध्यक्ष सज्जन राज जी मेहता महामंत्री सुरज जी धोका, पन्नालालजी सिंघवी, सुरेश जी बागरेचा,क्रांतिलालजी भंडारी, भंवरलाल जी परमार।
तेरापंथ युवक परिषद् के अध्यक्ष भरत जी मरलेचा और तेरापंथ महिला मंडल के राष्ट्रीय कार्यकारिणी उषा जी बोहरा एवं अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती रीमा जी सिंघवी और कंचन जी भंडारी थे, कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का कुशल संचालन महिला मंडल की मंत्री श्रीमती शान्ति दुधोडिया ने किया और धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष पुष्पा जी हिरण ने दिया।
*मंत्री – शान्ति दुधोडिया*