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महासति पूज्य सौम्याश्रीजी म.सा. के तपोत्सव 31 उपवास के मासखमण की तपस्या पर धार्मिक आयोजन

महासति पूज्य सौम्याश्रीजी म.सा. के तपोत्सव 31 उपवास के मासखमण की तपस्या पर धार्मिक आयोजन

नागदा (निप्र)- तप तपेश्वरी महासति पूज्य सौम्याश्रीजी म.सा. के गर्म जल पर आधारीत 31 उपवास मास खमण की तपस्या के शुभ अवसर पर अनुमोदनार्थ महिदपुर रोड़ स्थित गीताश्री गार्डन में सम्पूर्ण जैन समाज द्वारा आयोजित धार्मिक महोत्सव में समाज की ओर से श्रीसंघ, चातुर्मास, ट्रस्ट अध्यक्ष, पदाधिकारीगण एवं सदस्यो के साथ महिला मण्डल ने महासति जी को चादर एवं अभिनंदन पत्र प्रदान किया गया। स्थानकवासी श्रीसंघ अध्यख प्रकाशचन्द्र जैन लुणावत ने सकल जैन श्रीसंघ का आभार प्रकट करते हुए महासतिजी के अनुमोदनार्थ अपने भावभरे विचार रक्खे। चातुर्मास अध्यक्ष सतीश जैन सांवेरवाला ने सभी साध्वी मंडल के आभार प्रकट करते हुए अपने 3 माह के कार्यकाल की उपलब्धियां बताई ।

अभिनंदन पत्र का वाचन सुशील कांठेड़ ने किया। इस अवसर पर मंगल कामना राजेन्द्र कांठेड़, रमेश तांतेड़, दिलीप कांठेड़, मूर्तिपूजक संघ के अभिषेक कोलन, मनीष औरा, दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष सुनील जैन ने अनुमोदना की गई। मूर्तिपूजक महासति तत्वलताश्रीजी ने धर्मसभा मेमं कहा कि हम भगवान महावीर की संतान वंशज है। जब भी जहां भी जैन समाज का आयोजन हो हमको अवश्य जाना चाहिये चाहे निमंत्रण हो अथवा नहीं। तप पर बोलते हुए गुरूदेव ने कहा कि साबुन से कपड़े, राख से बर्तन साफ किये जाते है वैसे ही आत्मा की सफाई का एकमात्र सहारा तप होता है।

 मीडिया प्रभारी महेन्द्र कांठेड एवं नितिन बुडावनवाला ने बताया कि सुरत गुजरात के करीब 50 श्रावक एवं श्राविकाओं ने अगले 2023 का वर्षावास चातुर्मास हेतु भावभरी विनती की गई एवं खाचरौद, उज्जैन, इन्दौर एवं महाराष्ट्र की कई संघो ने नागदा आकर गुरूनी मैया के दर्शन वंदन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

 धर्मसभा में महासति नाव्याश्रीजी ने कहा कि शब्दों के माध्यम से आस्था का मुल्यांकन करना बहुत ही कठिन होता है। पूज्य महासति काव्याश्रीजी ने ‘मेरे सिर पर रख दो दोनो हाथ गुरूदेव‘ पर आकर्षक गीत प्रस्तुत किया। महासति दिव्यज्योतिजी म.सा. ने कहा कि यह जीव आत्मा अनादिकाल से कई योनियों में परिभ्रमण कर रहा है। जहां-जहां जन्म हुआ, वहां-वहां खाया-पिया-मौज उड़ाया और अगली योनि में जाने की तैयारी की।

 इस अवसर पर मूर्तिपूजक महासति कुसुमलताश्रीजी म.सा. भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में आभार श्रीसघ अध्यक्ष प्रकाशचन्द्र जैन लुणावत एवं चातुर्मास अध्यक्ष सतीश जैन सांवेरवाला ने माना।

दिनांक 02/10/2022

 मीडिया प्रभारी

  महेन्द्र कांठेड

  नितिन बुडावनवाला

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