मन और चित्त- मन और चित्त में अन्तर है। चित्त का सम्बन्ध हमारी चेतना से है ।
चित्त ज्ञान तंत्र है और मन क्रिया तंत्र है चेत्त स्वामी है और मन उसका सेवक मन बहुत चंचल पवन से भी तेज गतिशील एवं विद्युत से भी तीव्र है। तो अपने मन को अपने वश में रखो अवश्य की आत्मा का कल्याण होंगा।
मधुर भाषिणी साध्वी मानवी जी म. की सुशिष्या साध्वी सोनाक्षी