आज कोडंबाक्कम वड़पलनी श्री जैन संघ के प्रांगण में आयोजित सेमिनार में चेन्नई और उपनगरों से करीब 500 युवा युवतियों ने भाग लियाा। सुधा कंवर म,सा आदि ठाणा के नेतृत्व में सुयशाश्री म सा ने सेमिनार को अद्भुत रूप से और अपनी वाणी से अलंकृत किया! 10.30am to 12.30pm के निर्धारित समय में यह सेमिनार संपन्न हुआ!आज के सेमिनार में कोई धार्मिक चर्चा या रेगुलर व्याख्यान नहीं था! आज हर व्यक्ति जीवन में होने वाले प्रतिदिन संघर्ष के बारे में और उससे निपटने के लिए अपने मन को काबू में रखने का समाधान दिया गया!
Goal setting, Choose rightly, what is right for you, You are right, but your right is different from others, सब अपनी अपनी जगह पर सही है इसका भी खुलासा दिया गया!
Success, happiness, richness का खुलासा बड़े सुंदर ढंग से दिया गया!आजकल परिवार का हर कोई सदस्य यही चाहता है कि उसे उसके परिवार वाले समझें!हम सभी कल्पना (fantasy) की दुनिया में जीते हैं वही हमारी सारी समस्याओं की जड़ है!हमें हमारी जिंदगी हमारे परिवार के अनुरूप और हमारे समझ के अनुरूप ही गुजारनी होगी, लोगों की सलाह मशविरा या देखा देखी या होडाहोड में नहीं गुजरती!जीवन में कुछ नया करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है और उसके लिए मां-बाप की या दादा दादी के अनुभव हमारे लिए बहुत उपयोगी होते हैं! इसलिए उन्हें समझा कर उन्हें मनाना आवश्यक होता है जिद करना जरूरी नहीं है,हमारे जीवन में सिद्धांत यानी उसूलों का होना बहुत जरूरी है और और उन सिद्धांतों को निभाने में हमें बहुत धैर्य संयम और मजबूती बरतनी पड़ती है,हमारे सिद्धांतों पर निर्णय लेते समय उसे स्वीकार या अस्वीकार करना पड़ता है! हम उसे एक समस्या समझ कर उससे भाग नहीं सकते,हम ज्यादा व्यस्त (busy) हैं इसका मतलब यह नहीं है कि हम सफल (success) व्यक्ति हैं,हमारे रीति-रिवाजों (rituals) से हमारे धार्मिक कार्यों (spirituals) को नहीं जोड़ना चाहिए?हमें हमारे रिश्तो को अहमियत देना चाहिए और उन्हें निभाने चाहिए!हमारे निर्णय दूसरों की सलाह पर निर्भर नहीं होने चाहिए, अगर ऐसा होता है तो समझ लो कि हमारा रिमोट या स्विच ऑफ ऑन किसी दूसरे के हाथ में है,सोशल मीडिया का उपयोग हमें सकारात्मक तरीके से उपयोग में लाना चाहिए! संघ के अध्यक्ष बुधराज भंडारी ने सभी युवाओं का स्वागत किया और मंत्री देवीचंद बरलोटा ने संघ के सभी कार्यकर्ताओं को सफल आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया!