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ज्ञान वाणी

मंगल जीवन में कर्तव्य का पाठ पढ़ाता है: साध्वी कुमुदलता

मंगल जीवन में कर्तव्य का पाठ पढ़ाता है: साध्वी कुमुदलता

चेन्नई. मंगल जीवन में कर्तव्य का पाठ पढ़ाता है लोग कहते हैं मंगल जीवन में दंगल करता है, ऐसा नहीं है मंगल जीवन में दंगल नहीं करता, मंगल तो जीवन में कर्तव्य करवाता है।

अयनावरम स्थित जैन दादावाड़ी में विराजित साध्वी कुमुदलता ने 12 राशियों में से सबसे प्रथम मेष राशि के बारे में बताया कि मेष राशि का चिन्ह है। बकरी, बकरी में बहुत शक्ति होती है वह कांटे को भी खा लेती है, कांटा खाने के बाद भी उसे कुछ नहीं होता। वह वक्त आने पर कांटा खाती भी है और कांटा चुभो भी देती है।

साध्वी ने मंगलवार के बारे में बताया कि हम इतिहास उठाकर रामायण को देखें तो पूरी रामायण कर्तव्य से भरी है, मां का बेटे के प्रति, बेटे का मां के प्रति, भाई का भाई के प्रति, देवरानी का जेठानी के प्रति एवं सास का बहू के प्रति कर्तव्य दर्शित होता है। इस तरह पूरी रामायण में कर्तव्य ही दर्शित है तो एक बार हम रामायण जरूर देखें जिससे हमें कर्तव्य का पाठ सीखने को मिले।

आज हम समाज में देखते हैं कि व्यक्ति बड़ी पोस्ट तो ले लेता है लेकिन वह अपना कर्तव्य अदा नहीं कर पाता। यदि कोई पद लिया है तो उसके प्रति अपना कर्तव्य निर्वाह भी करे। अगर कोई बच्चा जन्म लेता है तो मां उसे जन्म घूंटी देती है जो बच्चा जन्म घूंटी आसानी से ले ले तो समझें वह अपना कर्तव्य अच्छे से निभाएगा जो बच्चा बूंटी पीते ही उल्टी कर दे तो समझ लेना कि वह जीवन में कर्तव्य अदा नहीं करेगा। प्रकृति को देखें तो सूर्य रोशनी देकर व चंद्रमा शीतलता देकर, वृक्ष फल देकर कर्तव्य अदा करता है।

इस मौके पर गुरुमैया साध्वी कमलावती की जन्म जयंती के अवसर आरवाईए कॉस्मो क्लब द्वारा गुरु दिवाकर युवा संघ के निर्देशन में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया जिसमें करीब 300 लोगों ने भाग लिया, साथ ही करीब 500 लोगों को अन्न दान दिया गया।

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