*🪷 सदभाव संबोध 🪷*
*🦚 श्रुतार्थ वर्षावास 🦚*
भाव से ही मोक्ष
भाव से ही संसार है..!
*सदभाव मोक्ष का एवं*
*दुर्भाव संसार का कारण हैं.!*
💫
सदभाव से
भव का विराम होता है,
*भव के अंत से*
*स्वभाव की प्राप्ति होती हैं.!*
✅
अभी तक
हमारे भव भ्रमण का
अंत नहीं हुआ है
तो मानना पड़ेगा की
हम सदभाव से पतित है.!
🪞
*दृष्टि को*
*बाह्य भावो से*
*निवृत करके अंतर में*
*स्थिर करेंगे तो हमे अपना*
*स्तर स्वतः पता चल जाएगा.!*
🧘♂️
*सोलह*
*भावना के चिंतन से*
*दुर्भाव का अंत होता है और*
*सदभाव का विकास होता है.!*
🪔
श्री वीतराग देव
प्रणित मार्गानुसारी
अनुष्ठानों के आचरण से,
उन अनुष्ठानों की अनुमोदना से,
मार्गस्थ आराधको के गुणानुराग से,
शासन के अनुशासन में रहने से,
शासन सेवामें योगदान से,
अन्य को शासनरागी बनाने से
अंतर में रहा दुर्भाव दूर होता है.!
*दुर्भाव का अंत ही मोक्ष का प्रारंभ है.!*
*📙स्रोत: मधुकर मनन📘*
🌷
आओ.!
सदभाव संपन्न
सूरि जयन्तसेन के
सदभाव प्रेरक
शिष्यवृंद के सान्निध्य में
दुर्भाव मुक्ति की साधना करें.!
🌅🧘♂️🌅
*श्रुतार्थ वर्षावास 2024*
@कोंडीतोप, चेन्नई महानगर
श्री मुनिसुव्रतस्वामी नवग्रह जैन संघ
🧘♂️
*श्रुतार्थ साधना प्रवेश:*
अषाढ़ सूद एकादशी.17 JULY-WED.