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भारतीय संस्कृति तप त्याग प्रधान: वनिता श्री श्रीमाल

भारतीय संस्कृति तप त्याग प्रधान: वनिता श्री श्रीमाल

   वनिता श्री श्रीमाल ने लिए मास खमण के प्रत्याख्यान

श्री एस.एस.जैन संघ माम्बलम के तत्वावधान में चातुर्मासार्थ विराजित पूज्य श्री वीरेन्द्रमुनिजी म.सा. ने रविवारीय धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि तप एक दिग्दर्शन है। भारतीय जैन श्रमण संस्कृति तप -त्याग प्रधान रही हैं। प्रथम तीर्थकर ऋषभदेव से लेकर चरम तीर्थंकर महावीर स्वामी ने स्वयं दीर्घ तपस्चर्या की एवं प्राणी मात्र को तप त्याग करने की प्रेरणा दी। जिस प्रकार सोना तपकर कुन्दन हो जाता हैं ठीक उसी प्रकार अनन्त आत्माओ ने दीर्घ तप धारण कर केवल ज्ञान -केवल दर्शन को प्राप्त किया। मुनिश्री ने श्रावक के 12 व्रतों में सातवें व्रत के अंतर्गत 26 बोलों का विवेचन किया।

       संघ अध्यक्ष डॉ एम. उत्तमचन्द गोठी ने बहन वनिता श्री श्रीमाल के मास खमण तप की माम्बलम संघ से अनुमोदना करते हुए बताया कि जैन दर्शन में 12 प्रकार के तप बताए गए हैं। जिसमे छः बाह्य तप व छः आभ्यंतर तप है। बाह्य तप में पहला तप है-अनशन तप अर्थात भूख व प्यास को सहन करना। बहन वनिता ने लगातार 30 दिन तक तिविहार उपवास ग्रहण कर अपनी आत्मा को कुन्दन की तरह उज्ज्वल बनाया है। तपश्चर्याथी परिवार की तरफ से गौरव श्री श्रीमॉल जय श्री बाफना राकेश संगीता श्री श्रीमाल ने स्तवन एवं उद्धबोधन द्वारा तपश्चर्याथी बहन की अनुमोदना की।

*100 बेले तप की बोली से हुवा बहुमान*

 माम्बलम संघ की तरफ से मास खमण तपश्चर्याथी बहन की माला शाल मोमेन्टो द्वारा बहुमान हेतु बोली लगायी गयी जिसमे सुश्राविका तपस्वी श्रीमती उगम कंवर मकाना ने 100 बेले तप की बोली लगाकर बहन वनिता श्री श्रीमाल का श्री संघ की तरफ से बहुमान किया।

    कार्यक्रम में चेन्नई के अनेक उपनगरों के साथ बैंगलोर, मैसूर, कुम्बकोणम, चिदंबरम, वेल्लूर आदि कई क्षेत्रों से लगभग 400 श्रावक-श्राविकाएँ तप अनुमोदनार्थ उपस्थित हुए।

        इसके पूर्व प्रातःकालीन सामूहिक प्रार्थना, धर्म सभा में 2-2 सामायिक आराधना के साथ में 300 से भी ज्यादा लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। इसी श्रृंखला में श्रमणोपासक डॉ उत्तमचन्द गोठी द्वारा प्रति रविवार को आयोजित एक कदम श्रावक धर्म की ओर में 127 श्रावक श्राविकाओं ने भाग लेकर श्रावक के 14 नियम, 3 मनोरथ, 5 अभिगम, सात व्यसन त्याग, सागारी संथारा, नवकारसी आदि की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।

श्री संघ द्वारा आयोजित सभी कार्यक्रमों में-राजमल नाहटा, दिलीप गादिया,  अशोक बोकाड़िया, संजय धोका, आशीष मोदी, राजेश चोपड़ा, प्रमेश चौधरी, भरत बोहरा, विपिन लोढ़ा, सुरेंद्र नाहर, किशोर रांका, पीयूष-राजकुमार-नीरज मेहता, भोजनशाला संयोजक विनोद गादिया, अशोक नाहटा, महावीर छाजेड़, मुकेश-प्रेम सेठिया, एच.सुशील धोका, प्रेम पोकरणा, यू. दीपक सेठिया, महिला मंडल संयोजिका राजकुमारी गादिया, नन्दा छाजेड़ सहित महिला मण्डल की सभी सदस्याओं के साथ अन्य सभी श्री संघ के कार्यकर्ताओं का सहयोग रहा। यह विज्ञप्ति संघ मंत्री बी.महेन्द्र गादिया ने प्रेषित की।

टी.नगर स्थानक

30/07/2023

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