चेन्नई. साहुकारपेट स्थित जैन भवन में विराजित साध्वी सिद्धिसुधा ने कहा कि भाई दूज भाई बहन के लिए बहुत ही महान पर्व होता है। इस दिन हर बहन अपने भाई के लंबी उम्र की दुआ करती है। जब तक भाई की पूजा न करले बहन एक अन्य भी मुह में नहीं डालती हैं।
भाई बहन का रिश्ता कभी न टूटने वाला रिश्ता होता है। इस रिस्ते को परमात्मा ने सबसे महान रिश्ता बतलाया है। बहन की एक दुआ भाई को हजारों संकट से दूर कर देती है। ऐसे महान बहन की रक्षा के लिए भाई को हर समय तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में थोड़ा सा नोक झोंक होता है तो भाई बहन के रिस्तो में दरार आ जाती है। पैसों की वजह से भी लोग दूर हो जाते है।
लेकिन याद रहे कि भगवान महावीर ने सूत्रों में भाई बहन के इस पर्व में सेवा का उल्लेख किया है। बहन की सुरक्षा के लिए भाई को हर वक्त तैयार होना चाहिए। भाई की परिस्तिथि कैसी भी हो पर बहन को भी भाई दूज नहीं छोड़ना चाहिए। भाई दूज का महत्व सबसे अलग होता हैं इसलिए सभी को इसको महत्व देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि लोगो को संकल्प लेना चाहिए कि वह एक दूसरे को कभी नहीं छोड़ेंगे। रिश्ता एक बार टूटा तो दरार कभी नहीं मिटती है। इसलिए ऐसा कुछ न करें जिससे भाई बहन के बीच दरार बने। साध्वी सुविधी ने कहा कि जीवन मे जो आगे जाने की कोशिश करते हैं, उनके सामने समस्या बहुत आती है।
कुछ लोग समस्या देख कर रुक जाते हैं और कुछ लोग उसका सामना कर आगे निकल जाते है। जब तक समश्या का सामना करना नहीं सीखेंगे तब तक समश्या खत्म नहीं होगी। दुनिया का कोई ऐसा कार्य नहीं है जिसमे समस्या नही आती। जो उसका सामना करना जानते है वो सफल हो जाते है और जो डरते है वह डरते ही रह जाते है।
बुधवार से पंचदिवसिय गणेशीलाल मसा जन्मोत्सव का शुभारंभ होगा जिसमे प्रथम दिवस सामूहिक संगीत एकासन का आयोजन रहेगा, इस मौके पर संघ अध्यक्ष आंनदमल छलानी और जेपी ललवानी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।