चेन्नई. वेलेचेरी जैन स्थानक में विराजित उपप्रवर्तक गौतममुनि ने कहा जीवन में भलाई के कार्य इस प्रकार करने चाहिए कि लोगों का भला भी हो जाए और किसी को पता भी ना चले। दिखावे के लिए कभी भी कुछ नहीं करना चाहिए।
सच्चे मन से किया गया काम लाभदायक होता है। हर मनुष्य को एक सच्चा मित्र बनाना चाहिए। हर समय निंदा करने वालों से दूर रहना चाहिए। भगवान कृष्ण ने सुदामा से सच्ची मित्रता निभाई। सभी को इसी प्रकार की मित्रता निभाने का प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने कहा जो मनुष्य अपने जीवन में मिले हुए अवसर का लाभ उठाते हैं उनका जीवन बदल जाता है। मौका सभी को मिलता है पर लाभ सब नहीं उठा पाते। जो मिले अवसर को महत्व देते हैं अवसर भी उनका सम्मान करता है। मनुष्य जीवन ऐसा रत्न है जो सबको नहीं मिलता, जिनको मिला है वे बहुत भाग्यशाली हैं।
सागर मुनि ने कहा गुरु भगवंतों के दिखाए मार्ग पर चलने से जीवन को नया मोड़ मिलता है। गुरु हमेशा अपने भक्तों का भला चाहते है। मनुष्य को भी दिल से उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। कोशिश करने वालों के जीवन में बदलाव संभव होता है।
इससे पहले उपाध्याय प्रवर कन्हैयालाल की 18वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में एसएस जैन संघ साहुकारपेट ने राजीव गांधी सरकारी हॉस्पिटल (जीएच) के गणेश मंदिर में महाअन्नदानम का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में निर्मल मरलेचा, मंगलचंद खारीवाल, अशोक पीपाड़ा, दीपक बाघमार, पंकज कोठारी और गौतम चंद दुगड़ उपस्थित थे। अमावस ग्रुप और संस्कार मंच के सदस्यों का सहयोग सराहनीय रहा। संतगण रविवार सुबह विहार करके सईदापेट जैन स्थानक बाजार रोड जाएंगे। भगवान पाश्र्वनाथ जन्म कल्याणक और उपाध्याय प्रवर कन्हैयालाल की 18वीं पुण्यतिथि एकासना दिवस के रूप में मनाई जाएगी।