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भय मृत्यु से अधिक घातक है

भय मृत्यु से  अधिक घातक है

*☀️प्रवचन वैभव☀️*

🌧️

6️⃣4️⃣

🌺

316)

भय मृत्यु से

अधिक घातक है..

क्योंकि

इसके कारण

शक्ति का विकास

अवरुद्ध होता हैं.!

317)

किसी के

कषाय करने पर

हम भी कषाय करें तो

अनर्थदंड का दोष लगता है.!

218)

संसार की

सभी स्थितियों का

Expiry date के साथ

आगमन होता है,

ये त्रैकालिक सत्य को

समकिति साधक जानता है,

इसलिए आर्तध्यान नही करता.!

319)

दर्शनाचार अर्थात

धर्म की विकास यात्रा..!

320)

जहां वात्सल्य होता है

वहां गिनती नहीं होती.!

बनावट,दिखावा नही होता.!

🌧️

*प्रवचन प्रवाहक:*

*सूरि जयन्तसेन चरणरज*

मुनि श्रीवैभवरत्नविजयजी म.सा.

 

*🦚श्रुतार्थ वर्षावास 2024🦚*

श्रीमुनिसुव्रतस्वामी नवग्रह जैनसंघ

@ कोंडीतोप, चेन्नई महानगर

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