आज विजयनगर स्थानक भवन में साध्वीश्री प्रतिभाश्रीजी म सा के सानिध्य में अहिंसा के अवतार शासनपति भगवान महावीर स्वामी के का जन्मोत्सव बहुत ही हर्षोल्लास व आनन्दित वातावरण में मनाया गया। साध्वीश्री प्रेक्षाश्रीजी द्ववारा अंतगढ़ सूत्र का वाचन करने के पश्चात प्रवचन में भगवान महावीर के जन्म पर वांचनी करते हुए माता त्रिशला के 14 स्वप्न के बारे में विस्तृत बताया। इस पर महीलाओं द्ववारा नंदिवर्धन की नाटिका द्ववारा 14 स्वप्नों एवं प्रभु के जन्म की प्रस्तुति दी जैसे ही भगवान का जन्म हुआ अत्यंत खुशियों से केसर के छापे लगाकर बधाइयां दी गयी एवं पूरा सभा हॉल जयकारों से गूँज उठा।
प्रतिभाश्रीजी ने भगवान के जन्मोत्सव पर सभी को मंगल आशीर्वचनों से शुभकामनाएं देतें हुए मधुरकंठो से भगवान के सुंदर स्तवन गाये। आज बाहर क्षेत्रो से एव भोपाल, मुम्बई, इंदौरतिंडीवरम, शुले, संजयनगर, हनुमंत नगर इत्यादि से कई महानुभाव उपस्थित हुए। सभी का संघ के मंत्री कन्हैया लाल सुराणा ने स्वागत एव अभिनंदन किया।
इस मौके पर मेवाड़ के लाल जैन संघ के गौरव B J P के चयनीत राज्यसभा सांसद लहरसिंह सिरोहिया ने उपस्थित होकर समारोह में चार चाँद लगा दिये। ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार कोठारी एव कार्यकारिणी टीम ने साल व माला द्ववारा लहरसिंह का सम्मान किया। लहरसिंह ने कहा मैं सर्वप्रथम जैन श्रावक हूँ जिसका मुजे गर्व है। मैं राजनीति में अपने प्रभु महावीर के जैन सिद्धान्तों को प्रतिपादित करने का सदैव प्रयास करूंगा। मैं स्वयं भाग्यशाली हूँ कि आज मुझे इस अनुपम दिवस पर उपस्थित होने एवं साध्वीश्री प्रतिभाश्री जी के दर्शन का सौभाग्य मिला। लहरसिंह ने सभी को भगवान के जन्मोत्सव की बधाई देते हुए शुभकामनाएं की।
आज जन्मोत्सव पर फेंन्सी ड्रेस प्रतियोगिता रखी गयी जिसमे 54 बच्चों ने अति मोहक राजा रानी एव सभी युवाओं ने राजा इन्द्र की एव संघ के मंत्री कन्हैया लाल सुराणा ने राजा सिद्धार्थ की वेशभुषा में सुंदर प्रस्तुति दी पूरा हॉल ही मानो राजदरबार लग रहा था। संघ के पूर्व अध्यक्षों वसन्तराज रांका एव पुखराज मेहता ने निर्णायक की भूमिका अदा करते हुए बच्चों में प्रथम स्थान साक्षी बोहरा, द्वितीय प्रीति भलगठ व तृतीय युवेन सुराणा तथा बड़ो में प्रथम कन्हैया लाल सुराणा, द्वितीय सुनील लोढ़ा व तृतीय दिनेश पोड़वाड को चयनित किया, जिनको संघ की तरफ से सम्मानित किया गया। सभी बच्चों को भी सांत्वना पुरुष्कार दिए गए। महिलाओ को नाटिका की सुंदर प्रस्तुति हेतु सम्मानित किया गया। अभिमंत्रित चौदह स्वप्न की जिसमे 24 तीर्थंकर भी विराजमान थे की बोली लगाकर भीकमचंद महावीर कुमार मुणोत ने लाभ लिया तथा प्रथम स्वप्न हाथियों के परिवार की बोली हुक्मीचंद नवरत्न माल लूंकड़ परिवार ने ली जिसे ससम्मान लहर सिंह के हाथों से सुपुर्द किये गए।
संघ के कन्हैया मंत्री कन्हैया लाल सुराणा ने सभी को जन्मोत्सव की बधाई देते हुए सभी का हार्दिक स्वागत करते हुए सुंदर मनमोहक आयोजन हेतु धन्यवाद दिया।