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भगवान महावीर का 2549 वां निर्वाण कल्याणक मनाया गया

भगवान महावीर का 2549 वां निर्वाण कल्याणक मनाया गया

Sagevaani.com /चेन्नई :- सोमवार दिनांक 13 नवम्बर 2023 को स्वाध्याय भवन, चेन्नई में भगवान महावीर का 2549 वां निर्वाण कल्याणक मनाया गया |

  श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ, तमिलनाडु के तत्वावधान में स्वाध्याय भवन,साहूकारपेट, चेन्नई में भगवान महावीर स्वामी के मोक्ष कल्याणक के प्रसंग पर सप्त दिवसीय उत्तराध्ययन सूत्र का वांचन किया गया | वरिष्ठ स्वाध्यायी विनोद जीजैन, वीरपुत्र-वीरभ्राता वीरेन्द्रजी कांकरिया ने दिनांक 7 से 13 नवम्बर 2023 तक उत्तराध्ययन सूत्र के विनयश्रुत, परीषह प्रवीभक्ति चतुरंगीय, असंस्कृत, अकाममरणीय, क्षुल्लक निग्रन्थीय, उरभि्य, कापीलिय, नमि प्रव्रज्ज़ा, द्रुम-पत्रक, बहुश्रुतपूज्य, हरिकेशबल, चित्त -संभूति, इषुकारीय, भिक्षु जीवन, ब्रह्मचर्य समाधि, पाप श्रमण, संजयीय, मृगापुत्रीय, महानिग्रन्थीय,  समुन्द्रपालीय, रथनेमीय, केशि-गौतमीय, प्रवचन मातायज्ञीय,  सामाचारी, खलुंकीय, मोक्ष मार्गगति, सम्यक्त्व पराक्रम, तपोमार्ग, चरणविधि, प्रमाद स्थान, कर्म-प्रकृति,लेश्या अध्ययन, अणगार मार्गगति,  जीवाजीव विभक्ति छत्तीस अध्ययन का मूल वांचन सामुहिक रुप से किया |

 गुरुभ्राता विनोदजी जैन व वीरेन्द्रजी कांकरिया ने उपरोक्त अध्ययनों के अर्थ का प्रभावशाली शैली में विवेचन किया | दैनिक रुप से भगवान महावीर की पुच्छिसुणमं व तरुणजी बोहरा तीर्थ द्वारा रचित महावीर चालीसा से उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा सामूहिक स्तुति की गई |

श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ के कार्याध्यक्ष आर नरेन्द्र कांकरिया ने दोनों वरिष्ठ स्वाध्यायी बन्धुवरों एवं सामायिक परिवेश में उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं के प्रति साधुवाद ज्ञापित करते हुए सभी तपस्वियों के तप हेतु सुखसाता की पृच्छा करते हुए मंगल कामना की | उन्होंने बताया कि मनिषजी उज्ज्वल व जयंतिजी बागमार के तेले की तपस्या के संग अनेक भाई- बहनों ने एकासन, उपवास,नीवी, आयम्बिल आदि तप के प्रत्याख्यान किये | सप्त दिवसीय उत्तराध्ययन सूत्र के वांचन पर दैनिक रुप से चेन्नई के कुरुकपेट,किलपाक, वेपेरी, कौंड़ीतोप आदि अनेक क्षेत्रों से उपस्थिति प्रमोदजन्य रही व आगम वांचन कार्यक्रम में दैनिक रुप से श्रावक- श्राविकाओं के एकान्तर उपवास व दैनिक एकासन की तपस्या के प्रत्याख्यान हुए | उन्होंने श्रावक संघ तमिलनाडु की ओर से आवडी व नंगनल्लूर-चेन्नई में उत्तराध्ययन सूत्र के मूल व अर्थ के वांचन- विवेचन हेतु श्री ए.नवरतनमलजी बागमार व एम. प्रसन्नजी भंसाली के प्रति आभार व्यक्त करते हुए साधुवाद ज्ञापित किया |

जैन संकल्प कांतिलालजी तातेड़ ने करवाया व सामूहिक वन्दना पश्चात वरिष्ठ स्वाध्यायी चंपालालजी बोथरा ने मांगलिक सुनाई | धर्मसभा मे प्रकाशचन्द वीरेन्द्र ओस्तवाल, इंदरचंद अम्बालाल कर्णावट, एच प्रकाशचंद ओस्तवाल एम संदीप ओस्तवाल, गौतमचंद मुणोत, महावीरचन्द मोहित छाजेड, नवरतनमल विकास चोरडिया, दीपक योगेश श्रीश्रीमाल, रमेश जांगड़ा, गणपत बाफना, राजेश गड़वानी, लीलमचन्द बागमार, चम्पालाल बोथरा, आर नरेन्द्र वीरेन्द्र कांकरिया, विनोद जैन, मनिष उज्जवल, पुष्पलता गादिया,  मनीषा शशि कांकरिया, सुबीता प्रियंका सुराणा, बसंती देवी कर्णावट, सुशीलादेवी सन्तोषकवर छाजेड लीलादेवी सुनीता ओस्तवाल, प्रकाशदेवी बोथरा, जयंति बागमार, सहित अनेक श्रावक-श्राविकाओं ने पचास मिनट तक खड़े-खड़े नमस्कार मुद्रा में जीवाजीवभिगम अध्ययन की स्तुति सामुहिक रुप से की |

तीर्थंकरों, श्रमण भगवान महावीर स्वामी, आचार्य भगवन्तों, उपाध्यायश्री, भावी आचार्यश्री, साध्वी प्रमुखा, समस्त चरित्र आत्माओं की जयजयकार संग भगवान महावीर स्वामी का 2549 वां निर्वाण कल्याणक सुसम्पन्न हुआ |

# प्रेषक :- श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ – तमिलनाडु 24/25- बेसिन वाटर वर्क्स स्ट्रीट,साहूकारपेट,चेन्नई 600 001.

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