विजयवाड़ा. श्री संभवनाथ जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ-विजयवाड़ा के तत्वावधान में आचार्य श्रीमद विजय अभयचन्द्र सूरीश्वर एवं साध्वी श्रुतिपूर्णाश्री एवं अन्य साधु-साध्वी भगवंत की शुभ निश्रा में चातुर्मासिक आराधना-पर्व पर्यूषण की सुंदर आराधना, मासखमण दीक्षा कल्याणक तप-सम्यग दर्शन तप इत्यादि विविध तपश्चर्या के अनुमोदनार्थ परमात्मा की भव्य रथ-यात्रा एवं शोभायात्रा निकाली गई।
रथयात्रा की शुरुआत मारवाड़ी टेम्पल स्ट्रीट स्थित श्री संभवनाथ जीर्णोद्धारित जिनालय से हुई एवं रथ यात्रा बैंड बाजे के साथ विजयवाड़ा के मुख्य मार्गो से श्री संभवनाथ शिखरबद्ध जिनालय, श्री संभवनाथ नूतन जिनालय होती हुई साधारण भवन पहुंची।
रथयात्रा में मुख्य आकर्षण भगवान का चांदी का रथ था जिसमें भगवान शांतिनाथ, भगवान पाश्र्वनाथ एवं भगवान महावीरस्वामी की प्रतिमा अलंकृत की गई। चातुर्मास के दौरान विविध छोटी-बड़ी तपस्याओं के तपस्वी सुसज्जित वाहन में विराजित हुए।
रथ यात्रा में बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए। रथयात्रा के बाद साधारण भवन में आचार्य की निश्रा में धर्मसभा हुई जिसमें तपस्वियों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में संभवनाथ जैन सेवा मंडल, अर्हम ग्रुप एवं श्री संभवनाथ संगीत आराधक मंडल के सदस्यों का सहयोग रहाा। रथ यात्रा में श्री संभवनाथ जैन श्वेतामेबर मूर्तिपूजक संघ के अध्यक्ष मोहनलाल गोलेच्छा, उपाध्यक्ष-प्रवीण भोडोतरिया, कैलाश जैन, सचिव-पन्नालाल जैन, सह-सचिव-रमणलाल कांकरिया, कोषाध्यक्ष-मोहनलाल जैन, सह-कोषाध्यक्ष-प्रवीण जैन एवं कार्यकारिणी सदस्य का सहयोग रहा।