Sagevaani.com @भीलवाड़ा। भक्ति मे शक्ति होगी तभी परमात्मा को हम अपना बना सकते है बुधवार अहिंसा भवन शास्त्री नगर में महासती प्रितीसुधा श्रध्दांलूओ को धर्मसभा में सम्बोधित करतें हुए कहा कि परमात्मा किसी व्यक्ति विशेष से बंधे हुये नहीं होते है, जो व्यक्ति निस्वार्थ भाव से भक्ति करता है, भगवान उसी के हो जातें हैं। भगवान को धन दौलत से नही खरीदा जा सकता है।
भगवान भक्त के भावो से वशीभूत होकर स्वयं बंध जाते है। भक्ति में हमारी शक्ति होगी तभी हम परमात्मा को अपना बना पाएंगे। अहिंसा भवन के मुख्य मार्ग दर्शक अशोक पोखरना ने जानकारी देते हुए बताया कि इसदौरान साध्वी संयम सुधा ने महासती प्रितीसुधा से बारह उपवास की तपस्या के प्रत्याख्यान लिए। इसदौरान धर्मसभा में चैन्नई जैन समाज के प्रतिष्ठ समाजसेवी सुरेश चन्द कोठारी श्री संघ अहिंसा भवन के शांतिलाल कांकरिया, नंदलाल डागलिया, संदीप छाजेड़, महिला मंडल की अध्यक्षा नीता बाबेल, रजनी सिंघवी, सुनिता झामड़, मंजू बाफना आदि सभी साध्वी मंडल के तप की अनूमोदना की निलिष्का जैन बताया की साध्वी संयम सुधा के बड़ी तपस्या की भावना है।
प्रवक्ता निलिष्का जैन
अहिंसा भवन शास्त्रीनगर भीलवाड़ा