साध्वीश्री अणिमाश्रीजी के सान्निध्य में चेन्नई तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में साहूकारपेट सभा भवन में भंवरलाल प्रकाशचन्द धोका आजीवन रोलिंग शिल्ड प्रश्न मंच प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
साध्वीश्रीजी के मुखारविंद से नमस्कार महामंत्र द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। साध्वीश्रीजी ने प्रेरणा पाथेय से लाभान्वित कराते हुए कहा की महाप्रज्ञजी के जीवन में विनय, श्रद्धा एवं समर्पण भाव ऐसा अटूट था की, जिसके कारण अपने गुरु के दिल में ऐसा स्थान बना लिया था, कि आचार्य तुलसी ने अपने आचार्य पद का विसर्जन कर युवाचार्य महाप्रज्ञजी को आचार्य पद पर आरुढ कर दिया। यह इतिहास की एक विलक्षण घटना है।
विनय, श्रद्धा और समर्पण इसमें से अगर एक गुण भी हम अपना ले, तो हमारा जीवन भी एक अच्छा जीवन बन सकता है। सभी प्रतियोगियों को प्रेरणा देते हुए कहा कि स्वाध्याय करने से ज्ञान का विकास होता है, इसलिए जो भी कंठस्थ करें, उसका पुनरावर्तन करते रहे। जिससे हमारा ज्ञान चिरकाल तक स्थाई बन सकता है। जिन प्रतियोगियों ने बड़े उत्साह से आज भाग लिया है, आगे भी इसी तरह प्रतियोगिता में भाग लेते रहे। अगर अपने परिवारजन को भी साथ लेकर आए तो उन्हें भी श्रवण का लाभ एवं ज्ञान भी मिल सकता है और उपस्थिति भी हो सकते है।
साध्वी मैत्रीप्रभाजी ने इस प्रतियोगिता के लिए विशेष श्रम किया और सुंदर तरीके से नियोजित किया। कार्यक्रम के शुभारंभ में सभी प्रतियोगियों को साध्वीश्री सुधाप्रभाजी ने मंगल पाठ श्रवण करवाया। मंगलाचरण संगीता आच्छा, रानी मांडोत, सुमन बोहरा, मंजू दक, एवं रक्षा आच्छा ने किया। कार्यसमिति कनक पुगलिया, लीला सेठिया भी उपस्थित थे। सभी का स्वागत चेन्नई तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती पुष्पा हिरण ने किया।
महाप्रज्ञ प्रश्न मंच के संयोजन का दायित्व संभालते हुए साध्वी मैत्रीप्रभाजी ने बहुत ही सुंदर तरीके से सभी ग्रुपों से प्रश्न पूछे। प्रतियोगी द्वारा जिन प्रश्न का उत्तर ना दे पाने पर सही उत्तर साध्वीश्री मैत्रीप्रभाजी ने बताये। 13 राउंड में प्रतियोगी को प्रश्न पूछे गये। दर्शकों से भी प्रश्न पूछे। भंवरलाल प्रकाशचंद धोका रोलिंग शिल्ड प्रश्न मंच प्रतियोगिता के प्रायोजक परिवार की ओर से उपस्थित श्रीमती राजश्री डागा, श्रीमान गौतमजी डागा का महिला मंडल की ओर से सम्मान किया गया।
इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाला ग्रुप शिल्ड विजेता रहा।
प्रथम स्थान विनीता कोठारी, खुशी धोका ; द्वितीय संगीता बरडिया, विमला लोढ़ा और तृतीय सुमित्रा सामसुखा, लत्ता डुंगरवाल रहे। सभी विजेताओं एवं प्रतियोगियों को महिला मंडल द्वारा पुरस्कृत किया गया।
प्रतियोगिता में स्कोरिंग हेमलता नाहर ने, संचालन वंदना पगारिया ने, समय प्रबंधन एवं आभार ज्ञापन प्रीति डूंगरवाल ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा। उपरोक्त जानकारी मंत्री रीमा सिंघवी ने दी।
स्वरुप चन्द दाँती
प्रचार प्रसार प्रभारी
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई