हमारे भाईन्दर में विराजीत उपप्रवृत्तिनि संथारा प्रेरिका सत्य साधना ज गुरुणी मैया आदि ठाणा 7 साता पूर्वक विराजमान हैl वह रोज हमें प्रवचन के माध्यम से नित नयी वाणी सुनाते हैं, वह इस प्रकार हैंl
बंधुओं जैसे कि बुजुर्गों का साथ आशीष का हाथ हम यह जानने की कोशिश अवश्य करें कि हमारे घर में न होने पर हमारे माता-पिता की सारी व्यवस्थाएं पत्नी ने सुचारू रूप से पूर्ण का या नहींl मोहम्मद साहब कहा करते हैं मातृ भक्त पुत्र का जनत मां के आंचल में जो लोग अपनी मां के गोद में सर रखने और आशीर्वाद पाने का सौभाग्य पा लेते हैं यह जानते हैं की मां के आशीर्वाद का क्या परिणाम होता हैl
भावना वात्सल्य और ममता की मूरत केवल मन ही होती है जो पूर्ण नेट से यह सब कुछ हम पर लुटती हैंl इसलिए मां-बाप के कर्ज को चुकाने का फर्ज होता है जिसने मां बाप के आशीर्वाद ना लिए उसे दुनिया भर के मिले हुए आशीर्वाद भी कम होंगे जो रोज सुबह उठकर माता-पिता के सामने घुटने टिका देता हैंl उसे जीवन में और कहीं घूमने नहीं पड़ता हैं एक बात और कहना चाहूंगी जिस परिवार में नारी संकल्प ले लें कि मुझे परिवार को एक सूत्र में बांधे रखता है उसे परिवार को दुनिया का कोई भी शख्स या भगवान भी नहीं तोड़ सकता हैl
निश्चित ही जितनी मानता नईबहुरानी में उतनी अत्यंत दुर्लभ है बहुरानी आप मन से उसके बेटे को ना छिने नहीं तो आने वाले कल में जब कोई आपके बेटे को छिन कर ले जाएगी तब जो तुम आज करते हो वही कर पाते हो एवं यहां धर्म ध्यान कि लड़ी चालू एवं स्वंत्सरी पर्व के उपलक्ष में बहनों के 100 से अधिक एवं भाइयों में भीपोषध ज्यादा से ज्यादा हुए इसी के साथ चाहिएl
जय जिनेंद्र, जय महावीर, कांता सिसोदिया। भाईदंर 🌺🌺