वेलूर. यहां आरकाट स्थित एसएस जैन स्थानक में विराजित साध्वी मंयकमणि ने कहा आज के समय में व्यक्ति स्वर्ग की चाह तो रखता है लेकिन मरना नहीं चाहता।
उसी प्रकार व्यक्ति जीवन में सब कुछ हाासिल करने की इच्छा रखता है लेकिन अगी लगन से मेहनत करने की आती है तो पीछे भागने लगता है।
मनुष्य का नर्क और स्वर्ग उसके मरने के बाद तय होता है। लेकिन अगर वह चाहे तो अपने अच्छे कर्मों से हर पल स्वर्ग का आनन्द प्राप्त कर सकता है।
जीवन में सफल बनाने के लिए बहुत सारे त्याग करने होते हैं। जो व्यक्ति अपने जीवन को सफल बनाने के लिए बहुत सारे त्याग कर लेता है वह खुद को हमेशा अच्छी जगह ही महसूस करता है।
जो इंसान खुद को बदलने की कोशिश करता है वह निश्चित रूप से बदल जाता है। मनुष्य अपनी अज्ञानता से अमूल्य जीवन को बर्बाद करता चला जाता है।
इस लिए जीवन को इंतजार में मत व्यर्थ करो।