Share This Post

Featured News / Featured Slider / ज्ञान वाणी

प्रत्येक ज्ञानी प्रारूपणा के  काबिल नहीं होतें

प्रत्येक ज्ञानी  प्रारूपणा के   काबिल नहीं होतें

*💎प्रवचन वैभव💎*

 

*✨सद् उपदेशक:✨*

*शासननिष्ठ सद्गुरु*

*सूरि जयन्तसेन कृपाप्राप्त*

श्रुत साधक क्षमाश्रमण

मुनि श्रीवैभवरत्नविजयजी म.सा.

✒️

1️⃣2️⃣6️⃣

♦️

*_626)_*

समस्त शास्त्रों का

मूल आधार है अहिंसा.!

*_627)_*

हीन-उत्तम में

मिट्टी-सुवर्ण में

निर्धन-धनवान में

समान दृष्टि को

प्रवज्या कहते है.!

*_628)_*

प्रत्येक ज्ञानी

प्रारूपणा के

काबिल नहीं होतें.!

*_629)_*

सुक्ष्म से सूक्ष्म

पर पीड़ा भी न हो

उसकी जागृति रखनी..

किसी का भला करने में

पूर्णशक्ति अनुसार कार्य करना.!

*_630)_*

नम्र व्यक्ति को

सहजसिद्धि प्राप्त होती हैं.!

Share This Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may use these HTML tags and attributes: <a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>

Skip to toolbar