हमारे भाईन्दर में विराजीत उपप्रवृत्तिनि संथारा प्रेरिका सत्य साधना ज गुरुणी मैया आदि ठाणा 7 साता पूर्वक विराजमान हैl वह रोज हमें प्रवचन के माध्यम से नित नयी वाणी सुनाते हैं, वह इस प्रकार हैंl
बंधुओं जैसे कि प्रणाम का अच्छा परिणाम याद रखिए अपने और से दूसरों के प्रति विनृमहोना उनको भी अपने प्रति विनम्र में होने का रास्ता खोलना हैl बड़े बुजुर्ग हो तो भाव चाहे बराबर का है तो हाथ मिला ले अपरिचित है तो दूर से ही सही खड़े-खड़े हाथ जोड़ लेl अगर बड़े बुजुर्ग हैं तो पाव छुकर बाद में बात कीजिएगा इसमें शर्म मत रखिएगाl आजकल लोगों को वहां झुक कर प्रणाम करने में शर्म आती हैl जाती आपकी कोई भी हो गोत्र आपका कोई भी हो लेकिन भीतर से सारे लोग शर्मा जी बन गए हैंl
सब शर्माते हैं बड़ों के पास में काहे की शर्म भाई गुटखा खाते समय शर्म नहीं आतीl उल्टे सीधे काम करने समय शर्म नहीं आती और बड़ों के पास होते हैं समय आपको शर्म आती हैl शर्म ना करें भाव चाहे आगे बड़े नीचे झुके नीचे, झुकेंगे तो आपके माथे पर आपकी सीट पर अगले का हाथ आएगा आशीर्वाद मिलेगाl जिंदगी में दुआओं की दौलत बट दूर नहीं चाहिए अरे अगर किसी हरिजन से भी खाओगे राम-राम तो अभी रहेगाl भाई साहब सुखी रहो किसी को भी अगर राम-राम करोगे प्रणाम करोगे उसका परिणाम दूसरे के प्रति पॉजिटिव होने का प्रमाण हैl
प्रमाण का परिणाम सदा आशीर्वाद होता है आपके प्रणाम के बदले समान वाला भी आपके प्रति प्रश्न चिन्ह और पॉजिटिव बन चुका हैl जब भी बोले अदब से बोले अगर हम चलते हैं बोलने की तरफ क्योंकि उससे पहले अगर हम बोल बैठे तो पहला स्टेप मिल जाता हैl पहला स्टेप क्यों है कि अब आप जो भी बोले जब भी बोले जैसा भी बोले अदव से बोलेl यह मत देखिए कि मैं बड़ी से बोल रहा हूं कि छोटे से बोल रहा हूं अंदब से पेश आए कि बेअदब से मैं तो कहूंगी बड़ों के साथ ही नहीं अपने बच्चों के साथ की आदत से परेशान है जीवन का यही जीवन जीने की कला हैl
शिव मुनि जी महाराज साहब की जन्म जयंती के उपलक्ष में सामायिक का प्रोग्राम रखा गया दो-दो सामूहिक सामायिक सभी ने की।
जय जिनेंद्र जय महावीर🌹🌹🌹